बांग्लादेश में सियासी अस्थिरता के बीच शुरू हुए हिंदू समुदाय पर हमले थमने का नाम ही नही ले रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले को लेकर बयान जारी करते हुए कहा कि चिटगांव में सोशल मीडिया पर हिन्दू समुदाय को लेकर भड़काऊ बातें कही गई और हिन्दू समुदाय पर वहां अटैक हुआ है इसके पीछे उग्रवादियों का हाथ है।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस प्रकार की चीजों से समाज में संतुलन बिगड़ सकता है। साम्प्रदायिक टेंशन बड़ा सकता है, सरकार वहां पर कदम उठाए। वहां पर हिन्दू समुदाय को सुरक्षा दी जाए। हमने वीडियो देखे हैं, ये निंदनीय है।
ब्रैम्पटन में मंदिर पर हमले की निंदा करते हैं- विदेश मंत्रालय
वहीं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हमले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि आपने हमारे द्वारा की गई टिप्पणियों को देखा है। हम ब्रैम्पटन में मंदिर पर हमले की निंदा करते हैं। हमने कनाडाई सरकार से कानून का शासन बनाए रखने का भी आह्वान किया है। हमें उम्मीद है कि उन लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
‘कनाडा में चरमपंथी समूहों को राजनीतिक जगह मिल रही’
इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “कनाडा में हिंदू मंदिर में कल जो हुआ वह बेहद चिंताजनक है… आपको हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान और कल हमारे प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्त की गई चिंता भी देखनी चाहिए थी। इससे आपको पता चल जाएगा कि हम इस घटना के बारे में कितनी गहरी भावना रखते हैं।”
उन्होंने कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों के बढ़ते प्रभाव की भी आलोचना की। उनका कहना था कि कनाडा में ऐसे चरमपंथी समूहों को राजनीतिक जगह मिल रही है, जो भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय हैं। उन्होंने इसे गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि ऐसे तत्वों को प्रोत्साहित करना भारत के लिए अस्वीकार्य है। इस तरह की घटनाएं दोनों देशों के रिश्तों को और ज्यादा तनावपूर्ण बना रही हैं।
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