फर्रुखाबाद की दो पक्की सहेलियों का अंतिम संस्कार बुधवार 28 अगस्त को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच कर तो दिया गया लेकिन अब भी ये मामला उलझा हुआ है..आम के पेड़ से झूलकर इन्होने खुद ही अपनी जिंदगी खत्म कर ली पुलिस की ये थ्योरी मृतक लड़कियों के घर वालों को हजम नहीं हो रही हैं..दोनों लड़कियां दलित जाटव समाज से ताल्लुक रखती थीं..और जिस तरह घरवालों के शक़ ओ शुबह के बीच उनकी आखिरी रस्में अदा की गईं..उसे देख लोगों को बरबस ही यूपी के हाथरस कांड की याद आ गई..जहां पुलिस ने आनन फानन में दलित मृतक पीड़िता का दाह संस्कार अंजाम दे दिया था…18 और 16 साल की दोनों लड़कियों के घर वाले अब भी मानने को तैयार नहीं हैं कि उनकी बेटियों ने मौत को गले लगाया है..दोनों के पिता का मानना है कि उन्होंने खुद अपनी बेटियों के जिस्म पर चोट के निशान देखे हैं…पुलिस को इसके बारे में बताया भी..लेकिन वहां से सिर्फ भरोसा मिल रहा है..जांच…