Manipur News: मणिपुर में हाल ही में भाजपा नीत सरकार से समर्थन वापस लेने वाली एनपीपी ने बृहस्पतिवार कहा कि यदि भाजपा मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को हटाती है तो वह अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है।
नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युमनाम जॉयकुमार सिंह ने यह भी कहा कि पार्टी के सात विधायकों में से तीन ने मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लिया, लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था, क्योंकि सरकार से समर्थन वापस लिया जा चुका है।
हालांकि, रविवार को एनपीपी के समर्थन वापस लेने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा, क्योंकि 60 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी के पास 32 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत है। नगा पीपुल्स फ्रंट और जनता दल (यूनाइटेड) भी सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हैं।
जॉयकुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘मुख्यमंत्री बीरेन सिंह मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रहे हैं। यही मुख्य कारण है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष (मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा) ने समर्थन वापस ले लिया। अगर बीरेन को हटा दिया जाता है, तो संभावना है कि नयी सरकार सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। उस समय एनपीपी अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है।’
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