Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद के सर्वे को दौरान हुई हिंसा पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद में बयान देते हुए हिंसा के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया और हिंसा को सोची-समझी साजिश करार दिया।
अखिलेश यादव के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव सदन को गुमराह कर रहे थे, सदन में गलत बोल रहे थे।
अखिलेश यादव ने पुलिस-प्रशासन पर लगाए आरोप
अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को लेकर वहां के पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो एक तरफा कार्यवाही कर रहे हैं। वहां पर पुलिस का निरंकुश शासन चल रहा है। ये लड़ाई दिल्ली और लखनऊ के बीच की है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि संभल में हुई हिंसा में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। पुलिस प्रशासन ने बेगुनाह लोगों को गोलियां मारी हैं। संभल हिंसा पर हत्या का केस चलना चाहिए।
ये बीजेपी की सोची समझी सियासत
संभल हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘पुलिस ने अपने सरकारी और प्राइवेट हथियारों से गोलियां चलाई है जिसके चलते 5 मासूमो की मौत हो गई है। ऐसे पुलिस वालो को निलंबित करके उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करना चाहिए।’ सपा मुखिया ने इसे बीजेपी की सोची-समझी साजिश करार दिया। अखिलेश ने कहा कि भाजपा इसके जरिए लोगों का ध्यान दूसरे मुद्दों से भटकाना चाहती है।
संभल में अधिकारी बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहेः अखिलेश
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सदन के बाहर कहा था, ‘जिस दिन से संसद सत्र शुरू हुआ है, समाजवादी पार्टी ने संभल की घटना का मुद्दा उठाने की कोशिश की है। तब सदन नहीं चला लेकिन हमारी मांग अब भी वही है, हम संभल की घटना पर सदन में अपने विचार रखना चाहते हैं। संभल के अधिकारी मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं, जैसे कि वे बीजेपी के पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हों।’ उन्होंने कहा कि जो हर जगह खोदना चाहते हैं, किसी दिन वे देश का सौहार्द और भाईचारा खो देंगे।
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