
JKNC Chief Farooq Abdullah on Bangladesh Minorities Attacks: बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अब भारत में भी सियासत हो रही है। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला से जब बांग्लादेश और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने एक अलग ही राग अलापा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों पर हमले होना निंदनीय बात है ये बहुत ही गलत बात है। हर एक देश में सभी धर्मों के लोगों का सम्मान होना चाहिए। बांग्लादेश तो दूर है यूपी में भी अल्पसंख्यकों के घर तोड़े जा रहे हैं और केंद्र सरकार भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने कहा, ‘बांग्लादेश में रही हिंसा के दौरान हिन्दुओं पर हो रहे हमले बहुत ही गलत बात है। यह बहुत गलत है वहां पर दूसरे धर्मों के लोग भी रहते हैं। उन्हें भी दूसरे धर्मों के लोगों का सम्मान करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। फारुक अब्दुल्लाह ने केंद्र की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह भारत के पड़ोसी देशों में हो रहे मानवाधिकार हनन पर कड़ी प्रतिक्रिया दे।
यूपी में बुलडोजर एक्शन को लेकर योगी सरकार पर निशाना
फारुक अब्दुल्ला ने इस दौरान उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के अवैध मस्जिदों पर बुलडोजर एक्शन को लेकर निशाना साधा। जेकेएनसी चीफ ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में भी अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है। मस्जिदें ढहाई जा रही है, मदरसे गिराए जा रहे हैं और अल्पसंख्यकों के घर भी गिराए जा रहे हैं।’ फारुक अब्दुल्ला ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि यूपी में अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढाना एक गंभीर मामला है। फारुक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि किसी भी धर्म या समुदाय को निशाना बनाना गलत बात होती है। फारुक अब्दुल्ला की यह टिप्पणी तब आई है जब देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
बांग्लादेश की हिंसा ने पूरे विश्व का ध्यान खींचा
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वो ऐसी घटनाओं पर रोक लगाए। पिछले कुछ महीनों से पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद वहां पर हिंसा फैली हुई है। विद्रोहियों ने वहां पर रह रहे हिन्दू धर्म के लोगों को निशाना बनाया है। उनके घरों को उनके मंदिरों में आग लगाई है। हिन्दू समुदाय की महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है। बांग्लादेश में हुईं साम्प्रदायिक हिंसा ने ग्लोबल लेवल पर लोगों को अट्रैक्ट किया है।