उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले वर्ष जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं का पेट भरने के लिए सैकड़ों संस्थाओं ने अन्न क्षेत्र में भंडारे का आयोजन करने की तैयारी की है।
ये सभी संस्थाएं पूरे मेला क्षेत्र में भंडारों का आयोजन करेंगी, जिसमें समस्त श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन की व्यवस्था रहेगी।
इनमें से कई संस्थाओं ने भंडारे और लंगर की शुरुआत भी कर दी है और कई अन्य संस्थाएं जल्द ही इस पहल की शुरुआत करने जा रही हैं।
प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के अनुसार, महाकुंभ में इस वर्ष आठ हजार से 10 हजार संस्थाओं के आने की संभावना है और इनमें से सैकड़ों ऐसी संस्थाएं भी हैं, जो महाकुंभ के दौरान निशुल्क भोजन के लिए लंगर व भंडारे का आयोजन करती हैं।
इन संस्थाओं में अक्षय पात्र, इस्कॉन और ओम नमः शिवाय जैसी संस्थाएं बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को भोजन कराती हैं।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, मेला प्रशासन ने सरकारी राशन की दुकानों की भी व्यवस्था की है, जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को कम दाम में भोजन सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
अपर जिलाधिकारी (कुंभ) विवेक चतुर्वेदी के अनुसार, कुंभ, महाकुम्भ और माघ मेला जैसे आयोजनों के दौरान प्रयागराज में स्नान और दान का विशेष महत्व है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान सैकड़ों संस्थाएं आगे आकर यहां निशुल्क लंगर और भंडारों का आयोजन करती हैं, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को भोजन मिलता है।
अखिल भारतीय पंचतेरह त्यागी, खाकचौक (संतोष दास जी महाराज) की ओर से दिगंबर अखाड़ा के पास एक दिसंबर से भंडारे का आयोजन शुरू कर दिया गया है।
महंत गोपाल दास जी ने कहा, “महाकुंभ से पहले और पूरे महाकुंभ के दौरान हमारे यहां जितने लोग भी आएंगे उन सभी को निशुल्क भोजन कराया जाएगा।”
इसी तरह, सेक्टर 20 में जूना अखाड़े का अन्न भंडारा भी 25 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है।
श्री हिंगलाज मठ अलग दरबार के मृत्युंजय पुरी ने बताया कि यह भंडारा सुबह आठ बजे से अपराह्न दो बजे तक और शाम चार बजे से आठ बजे तक जारी रहेगा।