राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को अंगदान को लेकर लोगों में झिझक जिक्र करते हुए कहा कि चिकित्सक इस नेक काम के बारे में जागरुकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि अंग प्रतिरोपण की प्रतीक्षा कर रहे लोगों की सूची बढ़ रही है।
मुर्मू ने कहा, ‘‘इस मुद्दे के समाधान के लिए कृत्रिम अंगों का विकास और मृतक के परिवारों द्वारा अंग दान आवश्यक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंगदान के प्रति लोगों में एक तरह की झिझक है। चिकित्सक इसे दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और इस नेक काम के लिए प्रेरित करने के वास्ते लोगों में जागरुकता फैलाने में मदद कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई), एमआरएनए तकनीक, रोबोटिक्स आदि का उपयोग चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने जा रहा है।