Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया का मामला हैरान करने वाला है। असल मायनों में एक परिवार की भावनाओं के साथ धोखा हुआ। बस यही नहीं, 12 साल पहले के जख्म भी उस परिवार के उभरकर आ गए। खैर, जख्मों के साथ ही सही अभी के हालातों की असलियत उस परिवार के सामने आ गई, जो शायद उन्हें तसल्ली दे सके। ऐसा इसलिए कि एक बहुरूपिए का राज खुल गया, जो उस परिवार के साथ खोया हुआ बेटा बनकर रह रहा था। फिलहाल ये बहुरूपिया पुलिस की हिरासत में है।
मामला कुछ ये है कि एक मुस्लिम युवक देवरिया के बनकटा थाना इलाके के अघाव गांव में लापता बेटा बनकर एक हिंदू परिवार के घर आया था। परिवार भी उसे अपना खोया बेटा मान चुका था। तकरीबन 10 दिन तक वो युवक हिंदू परिवार में रहकर मौज करता रहा। लेकिन जैसे ही उसकी असली पहचान उजागर हुई, परिवार के साथ-साथ पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
साधु के वेश में आया, कहानी सुन परिवार भी मान बैठा था बेटा
देवरिया के उस परिवार की एक बुजुर्ग महिला बताती है कि युवक साधु के वेश में आया था और उसने 12 साल पहले खोए बेटे को लेकर अपनी बात कही थी। उसने खुद को ही खोया हुआ बेटा बताया था। हालांकि हमें बाद में पता चला कि वो एक मुस्लिम व्यक्ति है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दावा था कि 12 साल पहले लापता युवक घर वापस आया।
पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लिया
अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की कि अघाव गांव के रहने वाले एक परिवार का लड़का सुभाष गौड़ वाकई 12 साल पहले लापता हुआ था। बीच में ये लड़का (आरोपी) इस गांव में आया और सुभाष गौड़ के परिवार से मुलाकात की। इस युवक ने दावा किया कि वो लापता सुभाष गौड़ है। परिवारवाले इसकी बात को सही मान चुके थे और तकरीबन 10 दिन से ये शख्स उस घर में रह रहा था। अधिकारी बताते हैं कि पूरे घटनाक्रम के बीच जो वीडियो वायरल हुई थी, उसी को लेकर एक कॉल मऊ जिले के गांव से आया, जिसमें कहा गया कि वीडियो में दिखने वाला लड़का उनके गांव का है। इस युवक का नाम बिलाई अंसारी निकला है। अधिकारियों ने कहा कि हमने फिलहाल इस युवक को हिरासत में ले लिया है और जांच पड़ताल कर रहे हैं।
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