आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि बुडामेरू नदी के तटबंधों की दरारों को भरने के वास्ते सैन्य दल को बुलाया जा रहा है। विजयवाड़ा में एनटीआर जिलाधिकारी कार्यालय में बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान को आपदा के बारे में अवगत करा दिया गया है। संवाददाता सम्मेलन के दौरान चौहान भी उनके साथ मौजूद थे।
नायडू ने कहा…
इससे पहले चौहान ने विजयवाड़ा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। नायडू ने कहा, ‘‘तटबंधों की दरारों को भरने के लिए सेना भी पहुंच रही है…हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री के अनुसार, विजयवाड़ा में अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ के बाद स्थिति का विश्लेषण करने के लिए एक तकनीकी टीम पहुंच गई है।
नायडू ने बताया कि बाढ़ के कारण कई घर तबाह हो गए हैं और वाहन, घरेलू उपकरण और कई अन्य चीजों को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रकाशम बैराज की क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है ताकि यह 15 लाख क्यूसेक पानी को संभाल सके। अभी इसकी क्षमता केवल 11.9 लाख क्यूसेक पानी की है। केंद्रीय मंत्री चौहान ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति खराब है और उन्होंने पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं देखी।
उन्होंने बताया कि एक बार में 400 मिलीमीटर बारिश होना एक बड़ी आपदा है, लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री तथा सरकारी तंत्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में भोजन पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने के कदम की भी सराहना की और कहा कि बुडामेरू के तटबंधों में दरारों को भरने के लिए सैन्य दल के जल्द ही आने की उम्मीद है।
चौहान ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार के कार्यकाल के दौरान बुडामेरू के पास अवैध खनन हुआ और दावा किया कि आपदा में इसकी बड़ी भूमिका रही। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार दक्षिणी राज्य को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
इससे पहले, चौहान ने विजयवाड़ा और उसके आसपास के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जक्कमपुडी मिल्क फैक्टरी, कंद्रिगा, अजित सिंह नगर, अंबापुरम और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण किया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में आंध्र प्रदेश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश भी थे।
केंद्रीय मंत्री ने प्रकाशम बैराज का भी जायजा लिया जहां हाल में तीन बड़ी नौकाएं बैराज से टकरा गई थीं जिससे कंक्रीट बीम क्षतिग्रस्त हो गया था।