Baba Siddiqui murder Case: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने बुधवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसके साजिश के सरगना और शूटर के बीच अहम कड़ी होने का संदेह है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस गिरफ्तारी के साथ ही मामले में मुंबई पुलिस की हिरासत में मौजूद आरोपियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
आरोपी की पहचान हरियाणा के अमित हिसामसिंह कुमार (29) के रूप में हुई है और दूसरे आरोपियों से पूछताछ के दौरान अपराध में उसकी भूमिका सामने आने के बाद उसे हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को संदेह है कि कुमार हत्या की साजिश रचने और अंजाम देने में शामिल था। अधिकारी ने कहा कि उसके और अन्य आरोपियों के बीच हुए पैसों के लेनदेन की भी जांच की जा रही है।
मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर से आरोपी का कनेक्शन
पुलिस के अनुसार कुमार गिरफ्तार किए गए एक शूटर गुरमेल सिंह और कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर के बीच महत्वपूर्ण लिंक था। अख्तर फिलहाल फरार है। अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार अख्तर का शूटरों और हत्या के साजिशकर्ताओं दोनों से संबंध था। अपराध शाखा की एक टीम मंगलवार शाम हरियाणा से कुमार को पकड़कर बुधवार सुबह मुंबई ले आई। उसे चार नवंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
कब हुई थी बाब सिद्दीकी की हत्या?
सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके बेटे व विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांचकर्ताओं को अभी हत्या का मकसद पता नहीं चल पाया है। वे अलग-अलग पहलुओं से मामले की जांच कर रहे हैं, जिसमें सुपारी लेकर हत्या, कारोबारी प्रतिद्वंद्विता या मुंबई में झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर उन्हें मिली धमकियों से जुड़े पहलू शामिल हैं।
पुलिस ने अब तक दो संदिग्ध शूटरों- धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम और दो साजिशकर्ता फरार हैं।सनसनीखेज हत्या मामले में अब तक की जांच से पता चला है कि ठाणे में सुपारी लेकर हत्या करने वाले पांच लोगों के समूह को शुरू में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी की हत्या का ठेका दिया गया था।
पुलिस ने जारी किया लुकआउट सर्कुलर
पुलिस के अनुसार, हालांकि, समूह ने अपराध को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन धनराशि पर सहमति नहीं बन पाने के कारण वह पीछे हट गया था। हालांकि इस समूह ने सिद्दीकी पर हमले को अंजाम देने में सहायता की थी। पुलिस ने वांछित आरोपियों गौतम, शुभम लोनकर और अख्तर की तलाश तेज कर दी है। आरोपियों को देश से भागने से रोकने के लिए उनके खिलाफ ‘लुकआउट सर्कुलर’ जारी किया गया है।
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