Akhilesh Yadav Attack BJP on Bahraich Violence: बहराइच में हिंसा तो थम गई लेकिन अब सियासत शुरू हो चुकी है। हिंसा थमते ही सूबे के सियासी नेताओं में खलबली मची है। सूबे की विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मैनपुरी में मीडिया से बातचीत करते हुए बहराइच हिंसा को दंगा करार दे दिया है। अखिलेश यादव ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि जब ये पहले से तय था कि दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन में भीड़ होगी तो सुरक्षा के इतंजाम क्यों नहीं किए गए। पुलिस प्रशासन को पहले से क्यों अलर्ट नहीं किया गया?
अखिलेश यादव के मुताबिक बहराइच हिंसा भारतीय जनता पार्टी की ओर से सोची समझी रणनीति के तहत बहराइच में दंगा करवाया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर बहराइच हिंसा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं अखिलेश यादव के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव पर पलटवार किया है। राकेश त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी चाहती है कि उत्तर प्रदेश ऐसे ही हिंसा की आग में जलता रहे इसीलिए उनके नेता लगातार आग में घी डालने का काम कर रहे हैं।
यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया एक्टिविस्ट को दिया धन्यावाद
वहीं अखिलेश यादव ने मैनपुरी में मीडिया से बातीचीत में बताया, ‘मैं बहराइच की रिपोर्टिंग में सच्चाई सामने लाने वाले खासकर उन यूट्यूबर्स को और उन सोशल मीडिया के लोगों को जिन्होंने निष्पक्ष होकर सच्चाई को सामने लाने का काम किया है, धन्यवाद देता हूं और सच्चाई ये है कि भारतीय जनता पार्टी ने जानबूझकर दंगा करवाया है। क्योंकि बीजेपी को ये पता है कि चुनाव आ गया है और ये किसी भी सवाल का जवाब जनता को नहीं दे सकते हैं। इसीलिए राजनीतिक लाभ लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जानबूझ कर बहराइच में दंगा करवाया है। अगर वहां पर जीरो टॉलरेंस की बात थी तो फिर वहां पर पर्याप्त पुलिस क्यों नहीं थी? पर्याप्त प्रशासन का इंतजाम क्यों नहीं था? ये बात तो प्रशासन की जानकारी में थी उसके बाद भी कुछ क्यों नहीं किया? मुझे उम्मीद है कि न्यायालय से लोगों को न्याय मिलेगा।
बीजेपी ने किया अखिलेश पर जोरदार पलटवार
बहराइच के महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में हिंसा की हुई कोशिश को समाजवादी पार्टी दंगा साबित करने की कोशिश में लगी हुई है। जबकि सच ये है कि अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश के अधिसंख्या जिलों में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। कर्फ्यू लगाने की नौबत आती थी। मुजफ्फर नंगर दंगों के दाग अभी भी बहुत गहरे हैं। समाजवादी पार्टी को दंगों पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। समाजवादी पार्टी चाहती थी कि उत्तर प्रदेश कैसे सांप्रदायिक दंगाों की आग में जलता रहे। यही वजह है कि समाजवादी पार्टी के तमाम नेता लगातार आग में घी डालने का काम करते रहते हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश की हिंसा पर पूरी तरह से काबू पाया और किसी भी तरह का दंगा नहीं भड़कने दिया है। यही वजह है कि साल 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में किसी भी जगह कर्फ्यू लगाने की नौबत नहीं आई।
तेज प्रताप यादव के नामांकन में करहल पहुंचे थे अखिलेश यादव
करहल विधानसभा से समाजवादी प्रत्याशी तेज प्रताप यादव के नामांकन में भरने के लिए मैनपुरी आए थे अखिलेश यादव। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते बहराइच दंगों को लेकर बीजेपी और यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा, बहराइच हिंसा की पूरी घटना की सच्चाई अब प्रदेश की जनता के सामने आ चुकी है। बहराइच दंगों को लेकर बीजेपी के इरादे साफ जाहिर है कि आने वाले चुनावों में फायदे के लिए बीजेपी ने बहराइच में दंगा कराया है।