Bahraich Violence: बहराइच के हिंसा प्रभावित महाराजगंज कस्बे और उसके आसपास हालात बुधवार को सामान्य होते दिखे, हालांकि लगातार तीसरे दिन भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं और नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई है। बहराइच में हिंसा करने वालों पर योगी सरकार के सख्त तेवरों का असर ग्राउंड पर दिखना शुरू हो गया है। हिंसा प्रभावति इलाकों में तेजी से हालात सामान्य हो रहे हैं, तो हिंसा के आरोपियों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।
बहराइच बवाल पर बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने लोगों से मिलकर रहने की अपील करते हुए कहा कि गलती जिसने की है, उसे सजा मिलेगी। गेहूं के साथ घुन फिसता रहा है, फिलहाल दोनों पक्षों को शांति बनानी चाहिए। पीड़ित परिवार की सीएम योगी से मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को बुलाकर अच्छा काम किया है। मुख्यमंत्री से मिलने को लेकर पूरे क्षेत्र में अच्छा मैसेज गया है।
हत्या से पहले बर्बरता
बहराइच जिले के महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में मूर्ति विसर्जन के दौरान जमकर बवाल हुआ था। जिसमें राम गोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई। राम गोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि बहुत ही बेरहमी से हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स के मुताबिक हत्यारों ने पैर के दोनों अंगूठों के नाखून तक नोच डाले, गोली मारने से पहले चाकुओं से हमला किया। आंख के पास धारदार हथियार के निशान और शरीर पर आधा दर्जन गोलियों के निशान मिले हैं। चेहरे, सीने, गले और शरीर में 30-35 गोलियों के छर्रे धंसे मिले। कई बार बिजली के झटके भी दिए गए।
आरोपियों की तालाश में छापेमारी
रामगोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने दंगाइयों की तलाश तेज कर दी है। कई नामजद और कई अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। अब्दुल हमीद को बहराइच हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इस हमले में उसके 2 बेटे सरफराज और फहीम भी नामजद हैं।
अब्दुल हमीदसरफराजसाहिर खानमारूफ अलीननकऊकई अज्ञात
वहीं, घटना के सिलसिले में सलमान नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी। संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस आरोपियों की पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है। सीएम योगी ने सोशल साइट एक्स पर लिखा- ‘आश्वस्त रहें, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना यूपी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इस घोर निंदनीय और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।’
बहराइच हिंसा के आरोपी
हरा झंडा उतारने पर निर्मम हत्या
फोरेंसिक डॉक्टरों के मुताबिक राम गोपाल को करंट लगने और घावों से ज्यादा खून बहने के कराण ब्रेन हेमरेज हो गया था और इसी वजह से उसकी मौत हुई। बहराइच पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आपको बता दें कि मूर्ति विसर्जन के दौरान राम गोपाल ने एक इमारत पर चढ़कर हरे झंडे को उतार कर फेंक दिया था और उसके स्थान पर भगवा झंडा लहरा दिया था। इसके बाद आरोपियों ने उसे भीड़ के बीच से अगवा कर इस वारदात को अंजाम दिया।
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