Bahraich Violence: केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने बहराइच में हुई बवाल की घटना पर सख्त बयान देते हुए कहा कि योगी सरकार में दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि इस घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। (Bahraich Violence) मंत्री ने यह भी साफ किया कि अगर पुलिस की ओर से कोई लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बीएल वर्मा ने कहा कि, ‘आज STF और वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर भेजे गए हैं ताकि मामले की विस्तृत जांच की जा सके।’ उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें 2017 से पहले की कानून व्यवस्था पर गौर करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि योगी सरकार के आने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है और इस मामले में भी दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
क्या है पूरा मामला (Bahraich Violence) ?
बहराइच के महाराजगंज इलाके में रविवार को सांप्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस ने (Bahraich Violence) सरफराज और फहीम सहित 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जबकि करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बड़े अधिकारियों का बहराइच आना जारी है। गृह सचिव संजीव गुप्ता और STF प्रमुख अमिताभ यश भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
मुख्य आरोपियों पर FIR दर्ज
सूत्रों के मुताबिक, (Bahraich Violence) हिंसा के मामले में अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, शेयर खान, सलमान, ननकाऊ और मारफ अली सहित 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। 30 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अब्दुल हमीद को इस हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है और उसके घर से ही पत्थरबाजी की शुरुआत हुई थी। उसका एक बेटा नेपाल में रहता है, जिसका हिंसा में हाथ होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, FIR में अभी उसका नाम शामिल नहीं किया गया है।
इस हिंसा में अब्दुल हमीद और उसके दो बेटे सरफराज और फहीम को मुख्य आरोपी बनाया गया है। (Bahraich Violence) बताया जा रहा है कि तीसरा बेटा जो नेपाल में है, उसका भी हिंसा में हाथ हो सकता है। इसके अलावा सलमान नामक व्यक्ति पर भी FIR दर्ज की गई है, जिसकी दुकान से कथित तौर पर गोलीबारी की गई थी। पुलिस ने संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई थी हिंसा (Bahraich Violence)
रविवार को बहराइच के मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। इस घटना में 22 साल के रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई और करीब 6 लोग घायल हुए। पुलिस के अनुसार, जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरते समय दूसरे समुदाय द्वारा कथित रूप से हमला किया गया था, जिससे हालात बिगड़ गए।
पुलिस बल की तैनाती और इंटरनेट बंद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के (Bahraich Violence) निर्देश के बाद बहराइच में 5 PAC कंपनियों की तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिहाज से महसी इलाके में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है ताकि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को रोका जा सके। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।
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