Bihar Hooch Tragedy: बिहार के छपरा-सीवान में जहरीली पीने से अब तक 30 लोगों की जान गई है। इस घटना के बाद एक बार फिर से जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार के शराब बंदी को फेल बताया। इस मामले को लेकर जब रिपब्लिक ने एक्साइज मंत्री रत्नेश सदा से सवाल किया तो उनका जवाब और उनके तेवर दोनों ही हैरान करने वाले थे। बता दें, बिहार में शराब बंदी के बीच केवल प्रशांत किशोर ही नहीं बल्कि जीतन राम मांझी समेत अन्य नेता भी आरोप लगा रहे हैं कि शराबबंदी के बावजूद भी शराब की डिलिवरी चालू है।
शराबकांड को लेकर बिहार के एक्साइज मंत्री रत्नेश सदा जीतन राम मांझी ने कहा, “302 का मुदालय होने में या तो मौत की सजा होती है या फिर उम्र कैद की सजा। फिर भी लोग घटना करते हैं। इसी को आप मानें, चोरी से जो करते हैं, उसपर सख्ती से कार्रवाई हो रही है।” रिपब्लिक ने उनसे पूछा कि क्या आपको लगता है कि पुलिस भी इसमें मिली हुई है? इसपर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस के जो भी लोग लिप्त हैं आप उनकी सूची दीजिए। आप तो जहां तक सूर्य की किरणें भी ना जा पाएं, वहां तक चले जाते हैं। जबतक हमें आंकड़ा नहीं मिलेगा, हम कैसे बताएंगे कि पुलिस इसमें लिप्त है या नहीं? जहां तक गोपालगंज की बात है, गांजा पकड़ाया। थाना प्रभारी उसमें संलिप्त पाया गया, जिसके बाद उसे बर्खास्त किया गया है।
प्रशांत किशोर पर भड़के रत्नेश सदा
जनसुराज प्रमुख पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी, अति पिछड़ा विरोधी और पूरे बिहार के सभी वर्ग के नौजवान का विरोधी है। क्या उनकी शिक्षा पर बोलने की औकात है? जब बिहार के मुख्यमंत्री जनता को बसाने के लिए शराबबंदी कानून लागू किए, तो आज प्रशांत किशोर जो दलित विरोधी और सामंतवादी है।
भड़कते हुए एक्साइज मंत्री ने कहा, “अगर शराबबंदी फेल है तो आप हमको रोड पर पीकर दिखा दीजिए। जो भी पीता है वो रोड पर पीकर दिखा दे। दुकान में बेचकर दिखा दे। तब देखते हैं।”
CM नीतीश ने की समीक्षा बैठक
डीजीपी से जब पूछा गया कि पर्व त्यौहार के दौरान इस तरीके की घटना हो रही है, तो उन्होंने चूक होने की बात को स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के कारण यह चूक हो रही है उन्हें चिन्हित कर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी समीक्षा बैठक की गई। सीएम नीतीश ने भी तमाम अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया है।
स्थानीय लोगों ने 30 की मौत का किया दावा
बिहार में जहरीली शराब पीने से मौतों का आंकड़ा 30 के करीब पहुंच गया है। सबसे ज्यादा मौतें सीवान जिले में हुई हैं। सीवान प्रशासन ने अबतक 25 लोगों के मौत की पुष्टि कर चुका है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आंकड़ा 30 से अधिक है। वहीं कई इलाकों में लोगों की हालत खराब है। जो बचे हैं उनके आंखों की रौशनी चली गई है। पीड़ित लोगों को सीवान, छपरा और पटना के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
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