
Rasulabad Ghat Name will change: प्रयागराज से एक जगह के नाम बदलने को लेकर खबर आ रही है। बता दें रसूलाबाद घाट का नाम बदलने की तैयारी हो रही है। आगामी महाकुंभ से पहले घाट के नाम को लेकर प्रशासन द्वारा विचार किया जा रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि नया नाम जल्द ही घोषित किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, नया नाम गंगा से जुड़े किसी महत्वपूर्ण संदर्भ पर आधारित होगा। इस बदलाव के पीछे प्रशासन का उद्देश्य घाट के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को और मजबूत करना है। इस संबंध में आधिकारिक घोषणा जल्द ही की जा सकती है। रसूलाबाद घाट का नाम बदले जान को लेकर संकेत सबसे पहले CM योगी आदित्यनाथ ने दिए, दशाश्वमेध घाट और गंगा रिवर फ्रंट रोड के निरीक्षण के दौरान उन्होंने नाम बदलने के निर्देशन दिए थे।
मुख्यमंत्री योगी ने दिए नाम बदसले के निर्देश
CM योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और मेलाधिकारी विजय किरन आनंद को घाट का नाम बदलने का निर्देश दिया। निर्देश का ही असर रहा कि मौके पर मौजूद अधिकारियों के बीच इस बात पर चर्चा होनी शुरू हो गई कि रसूलाबाद घाट का नाम बदलकर मां गंगा से संबंधित कोई घाट किया जा सकता है।
दशाश्वमेध घाट पर सीएम ने करीब पांच मिनट निरीक्षण के दौरान फ्रंट रोड का मानचित्र देखा, पक्के बने घाट पर रुककर मां गंगा का ध्यान लगाया। मेला क्षेत्र में बनाए जा रहे 30 पांटून पुलों की जानकारी पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों ने उन्हें दी। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि नए नाम का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।
बनारस की तर्ज पर महाकुंभ में नए रूप में दिखेंगे प्रयागराज
महाकुंभ के पूर्व कुंभ नगरी प्रयागराज के घाट अपने भव्य स्वरूप में नजर आएंगे । योगी सरकार बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी की तर्ज पर कुंभ नगरी प्रयागराज के घाटों का पुनरोद्धार करा रही है। इसके तहत गंगा और यमुना नदी के सात घाटों को नव्य स्वरूप दिया जा रहा है। पुनरोद्धार का कार्य समापन की तरफ है। इन कार्यों से घाटों पर पर्यटकों की सहूलियत व्यवस्था और सौंदर्यीकरण पर फोकस किया गया है ताकि वह यहां पर अपना समय व्यतीत कर सकें।
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