Cyclone Dana : चक्रवाती तूफान ‘दाना’ बुधवार 23 अक्टूबर को ओडिशा के पूर्वी तट बाहरी बैंड से टकराया, जिसके कारण ओडिशा के केंद्रपाड़ा और भद्रक जिले के कुछ हिस्से में बारिश हुई। चक्रवाती तूफान को देखते हुए ओडिशा सरकार ने संवेदनशील इलाकों से लोगों को बाहर निकालने के लिए करीब 800 आश्रय स्थल तैयार किए हैं।
ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण लोगों में भय का माहौल है। ऐसे में मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्र तट पर चक्रवात ‘दाना’ के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने के लिए रेत कलाकृति बनाई। इसके जरिए उन्होंने लोगों से पैनिक न करने और सुरक्षित करने की बात कही है। साथ सुदर्शन पटनायक ने पुरी बीच पर बनाई कलाकृति में भगवान जगन्नाथ को भी उकेरा है और उनसे लोगों की सलामती की प्रार्थना की है।
ओडिशा सरकार ने पूरी की तैयारी
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने चक्रवात के खतरे को देखते हुए किसी भी तरह का नुकसान न हो यह सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों से सभी लोगों को बाहर निकालने पर जोर दिया है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने उन गर्भवती महिलाओं की सूची भी तैयार की है, जिनका दो सप्ताह के भीतर प्रसव होने की संभावना है।
गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में किया गया शिफ्ट
आपदा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए उन सभी महिलाओं को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कुछ लोग चोरी के डर के कारण अपना घर खाली करने से कतरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को उन गांवों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, जहां लोगों को चक्रवात आश्रय स्थलों में पहुंचाया जाएगा।
चक्रवात 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट से टकराएगा
भुवनेश्वर में स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया कि चक्रवात के तट पर पहुंचने के दौरान दो मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है तथा चक्रवात 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट से टकराएगा। दास ने चेतावनी दी कि केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों के निचले इलाकों में पानी भर जाने की आशंका है। उन्होंने सरकार से इन क्षेत्रों से निवासियों को हटाने तथा सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का अनुरोध किया।
बंगाल की खाड़ी में समुद्री गतिविधियों पर रोक
आईएमडी ने चक्रवात के गुजर जाने तक बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने समेत सभी समुद्री गतिविधियों पर रोक लगा दी है। पुजारी ने कहा, ‘मंगलवार शाम तक सभी मछुआरे तट पर लौट चुके हैं।’ इस बीच, ओडिशा के केंद्रपाड़ा और भद्रक जिलों के कुछ हिस्सों में बुधवार दोपहर को बारिश और प्रतिकूल मौसम की स्थिति देखी गई। आईएमडी ने कहा कि चक्रवात दाना के बाहरी दायरे ने पूर्वी तटरेखा को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
(इनपुट- पीटीआई)
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