Delhi: चुनावों से पहले मनोज तिवारी का बड़ा दावा, सिसोदिया पर तंज कर बताया AAP को मिलेगी कितनी सीटें

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Manoj Tiwari on Manish Sisodia: दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी की दूसरी लिस्ट जारी कर दी गई है। इसमें मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से उम्मीदवार बनाया गया है। सिसोदिया के सीट बदलने पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। उनकी बदली सीट को लेकर मनोज तिवारी ने तीखा प्रहार कर कहा कि AAP के ‘अंदरुनी सर्वे’ में सिसोदिया को लगभग दर्जन भर से ज्यादा सीट नहीं मिल रही। वह पटपड़गंज के नहीं हुए तो और कहां के होंगे।

मनोज तिवारी ने मनीष तिवारी की सीट बदलने पर हमलावर होते हुए कहा, ‘मनीष सिसोदिया पटपड़गंज से भाग गए, पटपड़गंज ने विपरीत परिस्थितियों में भी उन्हें जिताया था लेकिन 5 साल में पटपड़गंज का विश्वास जीतने की बजाय उन्होंने भागना बेहतर समझा। ये आम आदमी पार्टी का अपना सर्वे है जिसमें उन्हें 12-13 से ज्यादा सीटें भी नहीं मिल रही हैं… अगर मनीष सिसोदिया पटपड़गंज के नहीं हुए तो और कहां के होंगे?…’ 

सिसोदिया ने क्यों छोड़ी पटपड़गंज सीट?

मनीष सिसोदिया के लिए पटपड़गंज सीट सुरक्षित नहीं रह गई है। इसको ऐसे समझिए कि पिछली बार के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सिसोदिया को यहां कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बीजेपी के रविंद्र सिंह नेगी यहां उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे थे और ऐसे में सिसोदिया महज 3 हजार के करीब वोटों से जीत सके। फिलहाल इसको समझना होगा कि मनीष सिसोदिया अपने दूसरे टर्म में दिल्ली के तथाकथित शराब घोटाला में फंसे रहे और इसके चलते वो अपने विधानसभा क्षेत्र को समय नहीं दे पाए, क्योंकि लंबे समय के लिए उन्हें इसी केस में जेल जाना पड़ा।

फिलहाल सिसोदिया के सीट छोड़ने के 2 अहम कारण मान सकते हैं। पहला ये कि मनीष सिसोदिया की गैर-मौजूदगी में बीजेपी ने यहां अपनी पकड़ और मजबूत किया है। दूसरा ये कि खुद मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी लोगों में यहां अविश्वास पैदा हुआ है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यहां तक दावा है कि आम आदमी पार्टी ने एक आंतरिक सर्वे भी कराया, जिसका रिजल्ट पड़पड़गंज विधानसभा क्षेत्र में मनीष सिसोदिया के लिए अच्छा नहीं था। फिलहाल मनीष सिसोदिया को जंगपुरी सीट मिली है, जहां से आम आदमी पार्टी के प्रवीण कुमार चुनाव जीतते रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने प्रवीण कुमार को जनकपुरी से इस बार उम्मीदवार बनाया है।

2020 के चुनाव में AAP ने 70 में से 62 सीटों पर की थी जीत दर्ज 

बता दें कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनावों फरवरी 2025 में होने है। ऐसे में आम आदमी पार्टी तीसरी बार सत्ता पर कब्जा बनाए रखने की कोशिश कर रही है। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 पर जीत दर्ज की थी।

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