
Delhi Triple Murder: दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके में बुधवार को पति-पत्नी और बेटी की हत्या का पुलिस ने कुछ घंटों बाद ही खुलासा कर दिया। इस ट्रिपल मर्डर के आरोप में पुलिस ने घर के बेटे को ही अपनी मां, बाप और बहन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी बेटे के अपने माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे।
पुलिस के मुताबिक राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46) और उनकी बेटी कविता के शव बुधवार सुबह देवली गांव में उनके घर से बरामद किए गए थे और शवों पर चाकू के घाव थे। ज्वाइंट सीपी संजय कुमार जैन ने बताया कि इस हत्याकांड में दंपत्ति का बेटा अर्जुन प्रमुख संदिग्ध था, क्योंकि घटना का क्रम उसके बयानों से मेल नहीं खा रहा था।
पहले किया गुमराह, फिर कबूला
पुलिस ने बताया कि जब मौका-ए-वारदात पर पहुंचे तो हर चीज की जांच की गई। जिसमें दो-तीन चीज साफ हुई की मौके पर सीन ऑफ क्राइम से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई थी, घर से कुछ भी गायब नहीं था और ना ही कोई जबरन घर में दाखिल हुआ है। पुलिस को आरोपी अर्जुन ने बताया कि वो 5:30 बजे घर से मॉर्निंग वॉक पर गया था और जब 6:30 बजे वापस लौटा तो परिवार की हत्या हो गई थी। जिसके जानकरी उसने पड़ोसियों को दी और फिर पुलिस को फोन किया गया।
आरोपी के हाथ पर कुछ चोटों के निशान थे, लेकिन चोट के बारे में साफ नहीं बता पा रहा था। आरोपी ने कहा कि वो एक घंटा घर में नहीं था, लेकिन जब पुलिस ने आसपास के CCTV देखे तो आरोपी बेटे के अलावा कोई भी घर के अंदर नहीं गया था। पुलिस पूछताछ में आरोपी लगातार अपने बयान बदल रहा था। जिससे पुलिस को उसपर शक हुआ और जब गहन पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
4 दिसंबर का दिन क्यों चुना?
पुलिस ने खुलासा किया है कि दंपति के बेटे ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था, पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। खास बात ये है कि उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए 4 दिसंबर का दिन चुना था। इस दिन को उसने इसलिए चुना कि 4 दिसंबर को उसके माता-पिता की मैरिज एनिवर्सरी थी।
बहन को ना मिले प्रॉपर्टी
पूछताछ में आरोपी अर्जुन ने बताया कि उसे लगातार बेइज्जत किया जाता था। बीते दिनों पिता ने घर के बाहर कुछ दोस्तों के सामने अर्जुन को थप्पड़ मारा था। अर्जुन इसी बात से काफी खफा था, उसको लगता था कि उसकी बहन को ज्यादा इम्पोर्टेंस दी जा रही है। उसको लगा कि पिता प्रॉपर्टी भी बहन के नाम कर देंगे। इसी बात से गुस्सा होकर उसने हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी और 4 दिसंबर की सुबह 5 बजे पूरे परिवार को मौत के घाट उतार डाला।
आरोपी बेटे के निशाने पर दो लोग थे पिता और बहन। उसने पहले अपनी बहन को आर्मी चाकू से मौत के घाट उतारा, उसके बाद मां की हत्या की और आखिर में फर्स्ट फ्लोर पर जाकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। अर्जुन, दिल्ली ओलंपिक स्टेट बॉक्सिंग में सिल्वर मेडल जीत चुका है।
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