दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र पाकिस्तान के डेरा गाजी खान में था लेकिन उत्तर भारत के कई इलाकों में कंपन महसूस किए गए। हालांकि दिल्ली एनसीआर में किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। झटके काफी हल्के थे।
भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई। इस प्रकार का भूकंप मध्यम श्रेणी में आता है और इससे नुकसान की संभावना कम होती है। उत्तर भारत के जम्मू, कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में भी भूकंप का असर देखा गया।
क्यों आता है भूकंप
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं। एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है। इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं। जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।
रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है। भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपिसेंटर से नापा जाता है। यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है। 1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है.।9 यानी सबसे ज्यादा। बेहद भयावह और तबाही वाली लहर। ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं। अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है।
भूकंप आने पर क्या करें?
अगर भूकंप के झटके महसूस होने के दौरान आप घर या ऑफिस के अंदर हैं तो किसी मजबूत चीज जैसे टेबल आदि के नीचे चले जाएं। इसके अलावा अगर मौका है तो इमारत से बाहर आ जायें। इस दौरान घबराने की जगह हिम्मत काम लेने की आवश्यकता है। दूसरों की मदद से पहले अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें।
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में था, लेकिन उत्तर भारत के कई इलाकों में भी धरती में कंपन महसूस किया गया। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। यहां झटके काफी हल्के होने की वजह से क्षति की आशंका नहीं है।
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