दुनिया भर में गुरूवार, 6 फ़रवरी को, महिला जननांग विकृति (FGM) के लिए शून्य सहिष्णुता का अन्तरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया, जिस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि अगर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो, वर्ष 2030 तक 2 करोड़ 70 लाख दीगर लड़कियों को इस दर्दनाक प्रथा से गुज़रना पड़ेगा.