
जितिन शर्मा
Ghaziabad Forced Conversion: गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में धर्म परिवर्तन का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई संगीता नाम की एक महिला की शिकायत पर हुई, जिसने आरोप लगाया कि उसके रिश्तेदार उसके पति और बेटे का धर्म परिवर्तन करवाने का दबाव बना रहे थे।
शिकायतकर्ता संगीता ने बताया कि उसकी शादी 18 साल पहले इस परिवार में हुई थी। पिछले 10-12 सालों से परिवार के कई सदस्यों ने अपना धर्म बदल लिया है, जिसमें उसकी सास भी शामिल हैं। संगीता का आरोप है कि उसका जेठ और उसका बेटा जोकि नोएडा में रहते हैं वो उसपर धर्म परिवर्तन के लिए लगातार दबाव डाल रहे हैं। यहां तक सास भी प्रॉपर्टी में हिस्सा न देने की धमकी देकर धर्म परिवर्तन के लिए उसे और उसके परिवार को मजबूर कर रही हैं।
100 लोगों का धर्म बदलवा चुके हैं आरोपी
ऐसे में गाजियाबाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें संगीता का जेठ का बेटा आशु भी शामिल है। डीसीपी ग्रामीण ने बताया कि इन चारों से पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि अब तक 100 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। पुलिस को इन आरोपियों के व्हाट्सएप ग्रुप और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी भी मिली है, जिसको लेकर आगे की जांच की जा रही है।
कौन हैं वो संस्था जो देती है 3000 रुपए का लालच
पुलिस ने बताया कि, पूछताछ में इन आरोपियों ने दिल्ली की एक संस्था का भी नाम लिया है, जो धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को 3000 रुपये तक देती है और मीटिंग और प्रेयर्स के आयोजन के लिए आर्थिक मदद भी करती है। गाजियाबाद पुलिस इस संस्था की भी जांच कर रही है। फिलहाल मामलों को लेकर आगे की जांच जारी है।
एक आरोपी LLB का स्टूडेंट, इलाज कराने का देता था लालच
खबरों के मुताबिक डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि आरोपियों के नाम आशु, पोलूस मसीह, पास्टर रासी बालियार और छट्ठू कुमार शाह हैं। आशु LLB का स्टूडेंट है। उसकी चाची ने ही धर्मांतरण का दबाव बनाने की शिकायत पुलिस से की थी। आशु बीमारी के इलाज और अन्य सुविधाएं दिलवाने के नाम पर धर्मांतरण के लिए कह रहा था।
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