Indore: ‘गजवा ए हिंद नहीं, अब चलेगा भगवा ए हिंद’, इंदौर में घरों के बाहर पोस्टर लगने पर बवाल

posters in indore 1732705177852 16 9 29mNrF

Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर में पोस्टर्स के चलते माहौल गरमा गया है। यहां लोगों के घरों के बाहर ‘गजवा ए हिंद अब नहीं चलेगा, भगवा ए हिंद चलेगा’ जैसे कुछ पोस्टर्स चस्पा किए गए। इसके साथ ही उन्होंने पोस्टर्स में ‘लव जिहाद’, ‘थूक जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ और ‘त्योहार जिहाद’ का जिक्र करते हुए हिंदुओं को एकजुटता का भी मैसेज देने की कोशिश की।

मामला इंदौर के इंद्रपुरी कॉलोनी का बताया जा रहा है। हिंदू राष्ट्र संगठन के बैनर तले ये पोस्टर्स लगाए गए हैं। इस दौरान कुछ युवा हाथों में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पोस्टर भी हाथ में लिए नजर आए। साथ ही उन्होंने नारे भी लगाए।

पोस्टर पर लिखा गया है, ‘गजवा ए हिंद नहीं चलेगा, अब चलेगा भगवा ए हिंद’। साथ ही ‘बटेंगे तो कटेंगे’, ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे भी इन पोस्टर्स में लगे हैं, जिसकी चर्चाएं इन दिनों खूब हो रही है। इसके साथ ही इन पोस्टर्स के जरिए हिन्दुओं से एक रहने की अपील करते हुए यह भी लिखा है कि लव जिहाद, लैंड जिहाद, त्योहार जिहाद से बचना है और एक रहना होगा। इसके साथ ही हरी दीवार वालों से बचना है तो एक हो जाओ के स्लोगन भी लिखे गए। पोस्टर्स पर नारे लिखकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तस्वीर भी लगाईं गई है।

गौरतलब है कि इन दिनों बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदुओं को एक करने और जातियों के फर्क को खत्म करने के लिए हिंदू एकता पदयात्रा पर निकले हुए हैं। उनकी ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ मध्य प्रदेश के छतरपुर से शुरू हुई। देशभर से उनकी इस यात्रा को समर्थन मिल रहा है। इन पोस्टर्स को भी अब पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा के समर्थन के संदर्भ में देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर पोस्टर्स की तस्वीरें खूब वायरल हो रही है और यह चर्चाओं में बने हुए हैं।

बता दें कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा छतरपुर से शुरू होकर ओरछा में 29 नवंबर को पूरी होगी। । यात्रा के दौरान रिपब्लिक भारत से बात करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उन्हें 1 करोड़ कट्टर हिंदुओं की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 100 करोड़ हिंदुओं में हमें 1 करोड़ कट्टर हिंदू चाहिए, जो सड़कों पर उतरें और अपनी बात रख सकें। जो अपनी संस्कृति और संस्कार को बचाने के लिए लोगों जागरुक करें। अकेले बागेश्वर धाम से इस देश का ऊंच-नीचे, जात-पात का जहर नहीं मिट पाएगा।