Amethi Murder: खून से लथपथ जमीन और उस पर पड़ी 4 लाशें, ये खौफनाक मंजर देखकर अमेठी के लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। अमेठी में 3 अक्टूबर की शाम दलित परिवार के 4 लोगों का कत्ल कर दिया गया, जिसमें दो मासूम बच्चियां भी शामिल हैं। एक ही परिवार के 4 सदस्यों की घर में घुसकर हत्या की गई थी। जब परिवार के चार लोग घर में मौजूद अपनों के साथ कीमती वक्त साझा कर रहे थे, हमलावरों ने पलभर में सब कुछ तहस-नहस कर दिया। कोई कुछ समझ पाता, उसके पहले हमलावर परिवार पर तकरीबन 9 राउंड गोलियां दागकर वहां से फरार हो गए। अमेठी की दहलाने वाली घटना ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिया है।
रायबरेली का रहने वाला दलित परिवार अमेठी में किराए के मकान में शिफ्ट हुआ था, क्योंकि परिवार के मुखिया यानी सुनील कुमार यहां एक सरकारी स्कूल में पढ़ाया करता था। उनका हाल ही में ट्रांसफर हुआ था। हत्याकांड की वजह एक जांच का विषय है, लेकिन हमलावरों के इरादे स्पष्ट थे, जिन्होंने कुछ ही मिनटों में हंसते खेलते पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया। हमलावरों की गोलियां घर में मौजूद पति, पत्नी और दोनों बच्चों के सीने में उतर गईं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत की पुष्टि
अमेठी के सीएमओ अंशुमान सिंह बताते हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुनील कुमार के पास से एक गोली और उनकी पत्नी पूनम के पास से दो गोलियां बरामद हुई हैं। दोनों बच्चों के शरीर पर बाहरी घाव हैं, जिससे पुष्टि होती है कि उनकी हत्या गोली लगने से हुई है। पुलिस मृतकों की पहचान कर चुकी है, जिसमें टीचर सुनील कुमार के अलावा पत्नी पूनम भारती, 4 साल की बेटी लाडो और डेढ़ साल की बेटी सृष्टि शामिल है। घटना के बाद पुलिस जब मौके पर पहुंची थी तो घर के अंदर का सन्नाटा ही वहां का भयावह मंजर बयां कर रहा था। घर के अंदर खून से लथपथ शव इधर-उधर बिखरे थे। पति सुनील और पत्नी पूनम एक दूसरे के करीब पड़े हुए थे। कुछ दूरी पर एक बेटी पड़ी थी।
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पुलिस की कहानी क्या है?
पुलिस बताती है कि टीचर सुनील कंपोजिट विद्यालय में सहायक टीचर के पद पर तैनात था, जो रायबरेली जिले के गदागंज इलाके के रहना वाला था। ये जघन्य घटना अमेठी के ओहरवा भवानी इलाके में हुई। हत्याकांड को लेकर पुलिस जो कहानी बता रही है, उसमें मामला लूट का नहीं लग रहा है। अमेठी के एसपी अनूप सिंह कहते हैं कि अज्ञात लोगों ने घर में घुसकर शिक्षक, उनकी पत्नी और उनकी पांच और दो साल की दो बेटियों की गोली मारकर हत्या की।
हालांकि पुलिस इसमें एक नया एंगल जोड़ रही है। चंदन वर्मा नाम के व्यक्ति का जिक्र हुआ है, जिसके खिलाफ टीचर की पत्नी पूनम ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी अनूप सिंह कहते हैं कि 18 अगस्त के आसपास चंदन वर्मा नामक व्यक्ति के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत अपराध करने का मामला दर्ज किया गया था।
18 अगस्त की FIR के मुताबिक, पूनम ने आरोप लगाए थे कि जब वो हॉस्पिटल में बच्चों की दवा कराने आई थी तो चंदन वर्मा ने उसके साथ अश्लील हरकत करने की कोशिश की थी। उस समय मना करने पर पति और उसे पीटा था। साथ में जान से मारने की धमकी दी थी। उस FIR में पूनम ने ये भी लिखा था कि अगर उसे और उसके परिवार को कुछ हुआ तो जिम्मेदार चंदन वर्मा होगा। फिलहाल पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि वो जांच कर रहे हैं कि हत्या का कारण यही है या नहीं।
हत्याकांड को लेकर सरकार का एक्शन क्या है?
अमेठी हत्या मामले की कमान अब डिप्टी एसपी डीके शाही ने सौंपी गई है। घटना की सूचना मिलते ही अयोध्या मंडल आयुक्त, आईजी रेंज, अयोध्या डीएम और एसपी अमेठी ने घटनास्थल का जायजा लिया। इधर, सीएम योगी ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। घटना की जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है और इसकी कमान STF डिप्टी एसपी डीके शाही को दी है। डीके शाही पिछले दिनों सुल्तानपुर डकैती केस में आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद चर्चा में आए थे।
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