सरकारी और निजी बसों के लिए पार्किंग दरें समान कर दिए जाने तथा पार्किंग एवं शुल्क संग्रह को सुव्यवस्थित करने के लिए फास्टैग आधारित प्रणाली शुरू किए जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी के सभी तीन अंतरराज्यीय बस अड्डों (आईएसबीटी) पर बसों के ठहराव में लगने वाल अनावश्यक समय काफी कम हो गया है। राज निवास के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज निवास के अधिकारियों ने एक बयान में कहा, “दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के हस्तक्षेप के बाद 15 सितंबर को आईएसबीटी पर लागू की गई नई दरें/स्टैंड शुल्क और मानदंडों ने अधिसूचना के तुरंत बाद से वांछित परिणाम प्राप्त किए हैं।”
बयान में कहा गया है कि आनंद विहार आईएसबीटी पर बस अड्डे में प्रवेश करने और बाहर निकलने में लगने वाला समय – अगस्त में 208 मिनट से नाटकीय रूप से घटकर औसतन 23 मिनट रह गया। इसमें कहा गया है कि बदलावों के लागू होने के बाद बस यातायात अगस्त में प्रतिदिन 852 से बढ़कर 870 हो गया है।
इसी तरह, कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर बसों का यह समय 45 मिनट से घटकर 19 मिनट रह गया है, जबकि प्रतिदिन बसों की संख्या 1373 से बढ़कर 1644 हो गई है। बयान के अनुसार, सराय काले खां आईएसबीटी पर भी बस ठहराव में लगन वाला अनावश्यक समय 216 मिनट से घटकर 18 मिनट रह गया है, हालांकि वहां बस यातायात स्थिर बना हुआ है।
इसमें कहा गया, “दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के 31 अगस्त को महाराणा प्रताप आईएसबीटी के दौरे और निरीक्षण तथा उसके बाद उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक, जिसमें दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी शामिल हुए, के बाद यह निर्णय लिया गया कि परिवहन विभाग प्रतिष्ठित बस टर्मिनलों का उपयोग करते हुए आने-जाने वाली अंतर-राज्यीय बसों के लिए नई दरें और मानदंड अधिसूचित करेगा।”
बयान में कहा गया है कि उपराज्यपाल ने नौ सितंबर को सराय काले खां और आनंद विहार स्थित आईएसबीटी का भी दौरा किया था। बयान में कहा गया है कि इस समय में कमी से न केवल बस परिचालन में सुधार हुआ है, बल्कि आईएसबीटी परिसरों के बाहर यातायात जाम भी कम हुआ है।