मध्य प्रदेश के इंदौर की क्राइम ब्रांच ने डिजिटल अरेस्ट को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इंदौर क्राइम ब्रांच ने डिजिटल अरेस्ट का मदरसा कनेक्शन निकाला है। उत्तर प्रदेश, कश्मीर और मध्य प्रदेश होता हुआ डिजिटल अरेस्ट का जाल चीन तक पहुंच गया है। इंदौर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में बड़ा खुलासा करते हुए लगभग 42 बैंक खातों को फ्रीज किया है। एमपी पुलिस अब इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है। पुलिस अपनी पड़ताल में इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतने बड़े फ्रॉड में बाकी का पैसा कहां ट्रांसफर किया गया। एक मदरसे के संचालक अली अहमद खान और उनके बेटे असद खान को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है।
वहीं एमपी पुलिस के इतने बड़े खुलासे के बाद मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंगी ने पुलिस की पीठ थपथपाई है। विश्वास सारंगी ने कहा, ‘मैं मध्य प्रदेश पुलिस को बधाई देता हूं। ये पहली बार हुआ है की डिजिटल अरेस्ट मामले में पैसा मदरसों में गया है। ऐसा कई बार सुनने में आता है की मदरसों में इस तरह के तत्व एक्टिव रहते है। संस्थान विशेष में अगर ये किया जा रहा है तो इस पर रोक लगाएंगे और सख्त कार्यवाही करेंगे। किसी भी गैर कानूनी मामले में कोई भी संस्था लिप्त है तो उसे माफ नहीं किया जाएगा। वहीं पीसीसी चीफ जीतू पटवार ने कहा कि अपराध अपराध होता है कोई भी अपराधी हो शासन प्रशासन को उसपर कार्यवाही करनी ही चाहिए।
पुलिस ने सीज किए 40 से भी ज्यादा बैंक खाते
पिछले कुछ दिनों के दौरान मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आधे दर्जन से भी ज्यादा मामले डिजिटल अरेस्ट के सामने आए हैं। एमपी पुलिस ने बताया कि हम हर पहलू पर जांच कर रहे है । यूपी से जो मुख्य आरोपी है उस पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया है। दुबई से भी ये अपराध संचालित हुए हैं। ये पूरा अपराध एक गिरोह के रूप में काम करता है, मनी ट्रेल पर पड़ताल जारी है। इंदौर की एक महिला को डिजिटल हाउस अरेस्ट कर उससे 46 लाख रुपयों की ठगी की गई थी। साइबर क्राइम पुलिस ने महिला की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की जिसमें पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने 40 से भी ज्यादा बैंक खातों में इस पैसे को स्थानांतरित किया जिसके चलते पुलिस ने उन सभी खातों को सीज कर दिया।
मदरसा संचालक ने 50% कमीशन पर ट्रांसफर करवाई ठगी की रकम
डिजिटल अरेस्ट मामले में पुलिस की जांच में भी चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पुलिस की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ है कि ठगी की रकम को उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के फलाह दारेन नाम के मदरसे का कनेक्शन सामने आया। इस मदरसे के दो अकाउंट को भी मार्क किया गया। इंदौर पुलिस ने अपने इनपुट में बताया कि ठगी के पैसों को इन दोनों खातों में ट्रांसफर किया गया है। जांच में ये बात भी सामने आई की मदरसा संचालकों ने हाल में ही इन दोनों खातों को खुलवाया था। कन्नौज जिले के अली अहमद और उसके बेटे असद अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार किया। दोनों पिता-पुत्र मदरसे के संचालक थे और 50 प्रतिशत कमीशन के बदले ठगी के पैसे ट्रांसफर करवाए थे।
जम्मू से गिरफ्तार युवक का खुलासा, चीन ट्रांसफर हो जाती है रकम
पकड़े गए आरोपियों में से एक जम्मू-कश्मीर के एक युवक ने बताया सोशल मीडिया से एक शख्स ने उनसे दोस्ती की और बैंक खाता किराए पर देने की जानकारी दी। इसके बाद तो इन लोगों ने बैंक खाते किराए पर लेने शुरू कर दिए। इन खातों में जितना भी रुपया आता उसका 50 फीसदी कमीशन ले लेते थे। इस खुलासे में एक बात और सामने आई कि आरोपियों ने एक ऐसा खास सॉफ्टवेयर बनाया गया था, जिसके माध्यम से उस ठगी की राशि को ये लोग चीन के एक बैंक खाते में ट्रांसफर कर देते हैं। जांच में ये बात सामने आई है कि मदरसे के कुछ खातों में करोड़ों रुपये का ट्रांसफर पिछले कुछ दिनों में हुआ है।