भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कर्नाटक इकाई ने शनिवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरक्षण संबंधी बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया और कांग्रेस को ‘दलित-विरोधी और आरक्षण-विरोधी’ करार दिया। राहुल ने अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद के दौरान सोमवार को कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।
कांग्रेस नेता के बयान के खिलाफ बीजेपी ने यहां फ्रीडम पार्क के पास प्रदर्शन किया। बीजेपी नेता एवं विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सी. नारायणस्वामी ने प्रदर्शन की अगुवाई की। इस दौरान हाथ में बैनर और तख्तियां लेकर पार्टी नेताओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने गांधी का पुतला जलाने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। नारायणस्वामी ने कहा कि गांधी के बयान ने साबित कर दिया है कि कांग्रेस ‘दलित-विरोधी और आरक्षण-विरोधी’ है।
बीजेपी ने नारायणस्वामी के हवाले से एक विज्ञप्ति में कहा, ‘देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि वह आरक्षण के खिलाफ हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी (नेहरू की क्रमश: बेटी और नाती दोनों) ने भी यही कहा था। अब राहुल गांधी ने इस विरासत को आगे बढ़ाया है।’ उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कम सीट जीतने के कारण जब कांग्रेस को आधिकारिक रूप से विपक्ष का दर्जा नहीं मिल पाया था तो मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में पार्टी का नेता बना दिया गया।
बीजेपी नेता ने कहा, ‘अब जब कांग्रेस को आधिकारिक विपक्ष की भूमिका मिल गई है तो राहुल गांधी ने पद (नेता प्रतिपक्ष) ले लिया है।’ कांग्रेस नेता ने बीजेपी को दलित-विरोधी बताया था, जिस पर नारायणस्वामी ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘दलित-विरोधी कौन है? हम (बीजेपी) वे हैं, जिन्होंने आरक्षण बढ़ाया, न कि आपने…..आप (कांग्रेस) दलित-विरोधी और आरक्षण-विरोधी हैं।’