जतिन शर्मा
Kolkata : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में सीबीआई ने डॉक्टर आशीष पांडे को गिरफ्तार किया है। ये इस मामले में पांचवी गिरफ्तारी है। इससे पहले सीबीआई संदीप घोष सहित 4 और लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर आशीष पांडे के सत्ताधारी टीएमसी से संबंध है और ये डॉक्टर सन्दीप घोष का बेहद करीबी है। आशीष पांडे टीएमसी का यूथ लीडर रह चुका है। करप्शन के मामले में अब तक कुल 5 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। आशीष पांडे से सीबीआई पहले भी पूछताछ कर चुकी है।
भ्रष्टाचार मामले में संदीप घोष की हो चुकी है गिरफ्तारी
इससे पहले मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए CBI की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने डॉ. संदीप घोष और 3 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें दो वेंडर बिप्लव सिंह और सुमन हजारा के अलावा संदीप घोष के अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी अफसर अली भी शामिल हैं।
किन धाराओं में गिरफ्तारी और क्या हो सकती है सजा?
संदीप घोष के खिलाफ 19 अगस्त को कोलकाता पुलिस ने IPC की धारा 120B, 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया था। हाई कोर्ट के आदेश के बाद जांच CBI ने जांच अपने हाथ में ली। इन धाराओं के तहत ही बीते दिन संदीप घोष की गिरफ्तारी हुई है। मामले में कोलकाता की तीन निजी संस्थाएं- मां तारा ट्रेडर्स, ईशान कैफे और खामा लौहा भी आरोपी हैं।
मामलों में सजा की बात की जाए तो धारा 120B के तहत दो साल से अधिकतम उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। वहीं धारा 420 में अधिकतम 7 साल की सजा हो सकती है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में 6 महीने से 5 साल की सजा दी जा सकती है।
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