Kolkata Doctor Rape: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पिछले महीने महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के बाद पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन और जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। तीन सप्ताह से अधिक समय से जारी हड़ताल के कारण राज्य के ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। RG कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को बंगाल मेडिकल काउंसिल से निलंबित कर दिया गया है, लेकिन गिरफ्तारी के बाद संदीप घोष को सस्पेंड करने में इतना समय क्यों लगा? अब ये सवाल उठने लगा है।
आपको बता दें कि ये वही संदीप घोष है जिसे CBI ने आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ रेप-हत्या मामले में गिरफ्तार किया है। TMC नेता कुणाल घोष ने प्रदर्शन बयान देते हुए कहा कि ‘जब नागरिक कोई प्रदर्शन कर रहे हैं, हम उनके साथ हैं। क्योंकि लोग इंसाफ चाहते हैं। इतने दिन से जांच CBI के हाथ में है, लेकिन कोई डेवलपमेंट नहीं है।’
संदीप घोष को सस्पेंड करने में क्यों लगा समय?
TMC नेता से जब गिरफ्तारी के बाद संदीप घोष को सस्पेंड करने पर लगे समय के बारे में सवाल किया गया, तो उनसे कोई जवाब देते नहीं बना। उन्होंने कहा कि ये प्रशासनिक हिस्सा है। इसके ऊपर पार्टी से कोई कमेंट ना हो तो अच्छा है। उन्होंने कहा कि संदीप घोष को लेकर थोड़ा पब्लिक परसेप्शन का प्रॉब्लम है। आपको बता दें, सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा आरजी कर अस्पताल वित्तीय भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रही थी। इसी के बाद भ्रष्टाचार के मामले में संदीप घोष को गिरफ्तार किया गया है। रेप केस में भी उसकी भूमिका संदिग्ध है।
‘सच्चाई सामने आनी चाहिए’
कोलकाता में डॉक्टर की हत्या के दिन से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस ने आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त को घटना की जांच के दौरान पर्याप्त कदम नहीं उठाए। कलकत्ता हाई कोर्ट ने बाद में मामले की जांच CBI को सौंप दी थी। आरजी कर अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘हमारा मानना है कि मामले में कई लोगों को बचाया जा रहा है और सच्चाई सामने आनी चाहिए।
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