Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है। गुरुवार को अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों को मेला प्राधिकरण ने आवंटित भूमि दिखाने के लिए बुलाया था। जहां महाकुंभ की शुरुआत से पहले ही जमकर हंगामा हो गया। साधु-संतों के बीच आपस में जमकर मारपीट हुई। औपचारिक बैठक से पहले ही दोनों गुट आपस में भिड़ गए। बवाल और मारपीट में कई संत घायल हुए है। ये बैठक प्रयागराज मेला प्राधिकरण के दफ्तर में होनी थी।
प्राधिकरण ने अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों को बैठक के लिए बुलाया था। औपचारिक तौर पर बैठक की शुरुआत होने से पहले ही हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान महंतों के बीच हुई कहासुनी के बाद संत और महात्मा जमकर मारपीट करने लगे। अखाड़ों से जुड़े संतों ने एक-दूसरे पर जमकर थप्पड़ बरसाए और लात घूंसे भी चले। मारपीट की वजह से देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस को बीच में आकर बीच-बचाव करना पड़ा।
दो गुटों में बंटा है अखाड़ा परिषद
गुरुवार को 13 अखाड़ों के साधु-संत बैठक के लिए मेला प्राधिकरण के दफ्तर में पहुंचे थे। इसी दौरान निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। दरअसल, इन दिनों अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद दो गुटों में बंटा हुआ है। अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के ब्रह्मलीन होने के बाद से गुटबाजी शुरू हो गई थी। महाकुंभ 2025 से पहले अखाड़ों के बीच चला आ रहा आपसी मतभेद अभ खुलकर सामने आ गया है।
60 दिन नहीं बिकेगा शराब-मांस
महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 13 अखाड़ों, खाक चौक, दंडी बाड़ा और आचार्य बाड़ा के प्रतिनिधियों न हिस्सा लिया था। इसमें उन्होंने फरमान जारी किया था कि महाकुंभ 2025 के दौरान पूरे 2 महीने प्रयागराज में मांस और शराब की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसलिए लोगों की धार्मिक आस्था और भावनाओं का ख्याल रखते हुए इस आदेश का दिल से सम्मान करें और इसे दिल से मानें।
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