Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुम्भ को लेकर की जा रही तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं एक साधु पुरुष हैं। वह यहां बार-बार आकर व्यवस्थाओं का अवलोकन कर रहे हैं जिससे धर्मावलंबियों का हौसला और मनोबल प्रबल हो रहा है। ऋषि-मुनियों और साधकों को साधना, यज्ञ और तप करने के लिए अनुकूल माहौल मिल रहा है।’’
शंकराचार्य ने इस बात पर भी जोर दिया कि महाकुंभ के दौरान अनुष्ठान और पूजा का पुण्य न केवल राज्य, बल्कि व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘तीर्थ क्षेत्र में आने के लिए भक्ति और भक्त होना जरूरी है। कोई अभक्त और अशिष्ट शासक अहंकार से आएगा तो तीर्थ उसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। जितना मुखर और उदार होकर मुख्यमंत्री जी ने साधु संतों के मान-सम्मान की व्यवस्था की है। ऐसे में साधु संत भी राज्य की समृद्धि, कल्याण, आर्थिक उत्थान की विशेष कामना करेंगे।’’
केले के बने आसन के बारे में उन्होंने बताया कि केले के पेड़ को काटकर और खोलकर सुखाया जाता है जिसके बाद इसे जोड़कर तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि पहली बार महाकुम्भ में इस तरह के आसन लाए गए हैं।
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