नवी मुंबई पुलिस ने पालघर जिले में कथित तौर पर एक दुकान से साइबर अपराध गिरोह संचालित करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। न्हावा शेवा पुलिस ने हाल ही में एक मामला दर्ज किया है, जिसमें एक व्यक्ति ने पुलिस से संपर्क कर दावा किया है कि डेटिंग ऐप पर उसका एक महिला से संपर्क हुआ, जिसने निवेश पर आकर्षक ‘रिटर्न’ का वादा कर उससे 10 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली।
नवी मुंबई पुलिस के साक्ष्य प्रबंधन केंद्र की वरिष्ठ निरीक्षक दीपाली पाटिल ने बताया कि जिन बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित की गई थी, उनका पता लगाते हुए पुलिस पालघर जिले में वसई रेलवे स्टेशन के पास एक दुकान पर पहुंची। अधिकारी ने बताया कि योगेश जैन और हिमांशु जैन नामक दो लोगों ने दुकान किराए पर ले रखी थी, जिसमें नौ युवक काम कर रहे थे।
फर्जी दस्तावेजों पर खोले बैंक खाते
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने दोनों के पास से 50 से अधिक डेबिट कार्ड, 18 मोबाइल फोन, 17 चेकबुक, 15 सिम कार्ड, आठ आधार कार्ड तथा कई अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि योगेश और हिमांशु ने राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश से युवाओं को भर्ती किया था और ‘रेंट एग्रीमेंट’ जैसे फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके उनके नाम पर कई बैंक खाते खोले थे।
अधिकारी ने बताया कि दोनों ने युवाओं का इस्तेमाल साइबर अपराध करने के लिए किया। अधिकारी ने बताया कि योगेश और हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा मामले की जांच जारी है।
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