हालांकि बाजार में अल्पकालिक राहत देखने को मिली है। लेकिन कुल मिलाकर कमजोर ग्लोबल संकेत, रुपये में गिरावट,कंपनियों के नतीजों में सुस्ती और एफआईआई की निकासी से बाजार का सेंटीमेंट प्रभावित हो रहा है। बाजार जानकारों का यह भी कहना है कि तीसरी तिमाही के नतीजों के दौरान बाजार में कई स्टॉक-स्पेसिफिक गतिविधियां देखने को मिलेंगी