मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव रविवार को अचानक सतना के चित्रकूट में सड़क किनारे की एक दुकान पर रुके और आसपास के लोगों के लिए चाय बनाई। यादव और उनकी पत्नी सीमा यादव इलाके में मंदिरों में दर्शन करने गए थे। मुख्यमंत्री फुटपाथ की रेलिंग के जरिए स्टॉल पर पहुंचे, इसकी मालकिन राधा से बातचीत की और चाय बनाने लगे। तभी वहां खड़े एक व्यक्ति ने पूछा कि क्या उन्होंने कभी अपनी पत्नी के लिए चाय बनाई है?
यादव ने कहा, ‘वह (अपनी पत्नी का जिक्र करते हुए) मेरी बहन नहीं है (कि मैं उसके लिए चाय बनाऊं)। मैं अपनी बहन (स्टॉल मालकिन का जिक्र करते हुए) के लिए चाय बनाऊंगा।’ इसके बाद उन्होंने चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए अदरक काटना शुरू कर दिया। जब यादव चाय बना रहे थे, तो उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि ज्यादा चीनी न डालें। फिर उन्होंने कई कप में चाय डाली और अपने साथ आए स्थानीय भाजपा विधायक और स्टॉल पर मौजूद लोगों को दी, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल थीं। अपनी यात्रा के दौरान यादव ने श्री कामतानाथ मंदिर की पांच किलोमीटर की परिक्रमा भी की।
हाथों से कूटकर डाली अदरक
एमपी सीएम डॉ मोहन यादव खुद दुकान पर पहुंचे और अपने हाथों से चाय बनाने के दौरान स्वाद के लिए उसमें अदरक भी कूटकर डाली। इस दौरान वहां मौजूद लोग उनका मोबाइल से वीडियो भी बनाने लगे थे। सीएम मोहन यादव ने चाय का भुगतान भी यूपीआई पेमेंट से महिला को किया। वहां मौजूद लोगों के लिए ये कौतुहल का विषय बन गया था। वहां मौजूद लोगों से उन्होंने कहा कि ये होटल उनकी बहन का है इसलिए वो खुद ही चाय बनाने लगे। चाय बनाने के बाद सीएम मोहन यादव ने खुद भी चाय पी और साथ में आए विधायकों और बीजेपी नेताओं को भी चाय पिलाई।
छोटे व्यापारियों से सामान खरीदी की पहल को दी सहूलियत
एमपी सीएम मोहन यादव ने इसके साथ ही वहां मौजूद लोगों से इस बात की अपील की है कि वो दीपावली के त्योहार में खरीददारी के लिए स्थानीय दुकानदारों से ही सामान खरीदें। ताकि उनकी दीपावली भी अच्छी बीते। मुख्यमंत्री का यह अंदाज देखकर उनके साथ मौजूद लोगों के होठों पर मुस्कान छा गई। इस संदेश को बड़े स्तर तक पहुंचाने के लिए सीएम मोहन यादव खुद छोटे व्यापारियों से खरीददारी कर रहे हैं।