Mukesh Ambani News: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने आज Reliance AGM 2024 की शुरुआत करते हुए Jio AI Cloud लॉन्च किया है। इस नई सेवा के तहत Jio यूजर्स अपने फोटोज, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स और बाकी डेटा को सुरक्षित रूप से स्टोर कर सकेंगे। यह सेवा किफायती दामों पर उपलब्ध होगी, जिससे हर भारतीय को AI सेवाओं और क्लाउड स्टोरेज की सुविधा मिलेगी।
मुकेश अंबानी ने बताया कि Jio AI Cloud पर वेलकम ऑफर दिवाली से शुरू होगा, जिसमें यूजर्स को 100GB फ्री क्लाउड स्टोरेज की सुविधा दी जाएगी। यह प्लेटफॉर्म सुरक्षित और विश्वसनीय है, जो सभी डिजिटल सामग्री को हर डिवाइस से एक्सेस करने में सक्षम बनाता है।
AI को हर भारतीय तक पहुंचाना मकसद
कंपनी का उद्देश्य है कि AI को हर भारतीय तक पहुंचाया जाए, चाहे वह किसी भी आय वर्ग से हो। मुकेश अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी के कनेक्टेड इंटेलीजेंस का इस्तेमाल हर कोई कर सकेगा, जिसमें AI सेवाओं के साथ-साथ क्लाउड स्टोरेज भी शामिल है।
क्या है क्लाउड स्टोरेज (Jio AI Cloud) ?
क्लाउड स्टोरेज एक ऐसी सर्विस है जिसमें हमारा डेटा (जैसे फोटो, वीडियो और बाकी फाइल्स) आपके फोन या कंप्यूटर की बजाय इंटरनेट के जरिए एक सर्वर पर सुरक्षित रूप से स्टोर होती है। ये सर्वर एक तीसरी पार्टी चलाती है, जो यह सुनिश्चित करती है कि आपका डेटा हमेशा इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित रूप से उपलब्ध हो, बता दें यह निजी होता है, लेकिन अगर आप चाहे तो ये सार्वजनिक भी सब डेटा सेव रहता है।
गूगल देता है 15GB फ्री स्टोरेज
गूगल अपने यूजर्स को 15GB का फ्री क्लाउड स्टोरेज देता है, जिसमें आप 15GB तक की सामग्री जैसे फोटो और वीडियो स्टोर कर सकते हैं। अगर आपको इससे ज्यादा स्टोरेज चाहिए, तो आपको गूगल का सब्सक्रिप्शन प्लान लेना होगा। उदाहरण के लिए 100GB स्टोरेज के लिए आपको 35 रुपये प्रति महीना और 2TB स्टोरेज के लिए 160 रुपये हर महीने देने होंगे। बिजनेस यूजर्स के लिए गूगल 100GB तक का फ्री स्टोरेज देता है।
iCloud में स्टोरेज
एप्पल का iCloud सेवा यूजर्स को 5GB का फ्री स्टोरेज देता है। इसके बाद अगर आपको ज्यादा स्टोरेज चाहिए, तो आपको इसके लिए प्लान खरीदना होता है। जैसे कि 50GB स्टोरेज के लिए 75 रुपये प्रति महीने, 200GB के लिए 219 रुपये हर महीने और 2TB स्टोरेज के लिए 749 रुपये प्रति महीने देना होगा।
कैसे काम करता है क्लाउड स्टोरेज?
क्लाउड स्टोरेज सर्विस में आपका डेटा, जैसे फोटो, वीडियो और फाइल्स, इंटरनेट के जरिए एक सर्वर पर अपलोड किया जाता है। ये सर्वर डेटा को एक सर्वर पर वर्चुअल मशीन के माध्यम से स्टोर करते हैं। अगर आपकी स्टोरेज की जरूरतें बढ़ती हैं, तो आपको यहां क्लाउड सेवा मिलती है और वर्चुअल मशीनों को सक्रिय कर आपकी जरूरतों को पूरा करता है। जिससे यूजर्स अपने डेटा को किसी भी वक्त इंटरनेट और संबंधित सॉफ्टवेयर के जरिए आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।
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