ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में स्थित भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में इस मानसूम के मौसम में घोंसले बनाने वाले पक्षियों की संख्या में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। पक्षी गणना के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इनमें 10 प्रजातियों के 1,30,123 पक्षी हैं। इसके साथ ही, पिछली गणना की तुलना में मानसूनी पक्षियों की आबादी में 6,265 की वृद्धि हुई है। वन अधिकारियों ने 2023 के दौरान गणना में 1,23,867 पक्षी देखे थे।
अधिकारियों ने बताया कि…
अधिकारियों ने बताया कि इस मौसम में 1,300 ‘मैंग्रोव’ पेड़ों पर 27,282 घोंसलों की गिनती की गई। रिपोर्ट में केवल प्रत्यक्ष गणना पद्धति से प्राप्त परिणाम दर्शाए गए हैं। गणना दलों ने भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और उसके आसपास के मथाडिया, लक्ष्मीप्रसादिया, दुर्गाप्रसादिया और बालिडिया के सभी जल क्षेत्रों और दलदलीय वन क्षेत्रों की निगरानी की। भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान के प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) सुदर्शन गोपीनाथ यादव ने कहा कि भीतरकनिका में आने वाले पक्षियों की संख्या में वृद्धि होना राज्य में पक्षी संरक्षण कार्यक्रमों के लिए एक अच्छा संकेत है।
वन अधिकारी ने कहा कि नदियों और खाड़ियों में अधिक संख्या में मछलियां होने और मानव बस्तियों से दूरी होने के कारण यह हजारों पक्षियों के प्रजनन के लिए उपयुक्त अनुकूल स्थान बन गया है। इन पक्षियों को घोंसले बनाने और उनकी मरम्मत करते, घोंसलों के लिए हरी घास और टहनियों को इकट्ठा करते, अंडे देने, अंडे सेते, अपने बच्चों को भोजन खिलाने, शिकारियों से उनकी रक्षा करने, उन्हें सूरज की चिलचिलाती किरणों और भारी बारिश से बचाने के लिए अपने पंख फैलाकर ढंकते हुए देखना एक अद्भुत नजारा होता है।
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