Rajasthan News: राजस्थान के शाहपुरा में तनाव का माहौल है। धार्मिक जुलूस पर पत्थराव के बाद यहां बवाल मचा है। पत्थरबाजी को लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसके विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर धरने पर बैठ गए हैं। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।
वहीं मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस भी सतर्क है। तनाव को देखते हुए इलाके में भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है। इसके अलावा मामले में अबतक 12-13 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
शोभा यात्रा पर पत्थरबाजी
शाहपुरा के जहाजपुर में बीते दिन शनिवार (14 सितंबर) जलझूलनी एकादशी के मौके पर शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान गली के बीच से भक्तों की भीड़ नाचते गाते बेवाण लेकर आ रही थी। धार्मिक जुलूस जब निकल रहा था, तो मस्जिद के आगे से गुजरने लगा तो वहां तनाव का माहौल बन गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आए और देखते ही देखते जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया गया। पत्थरबाजी के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस घटना में कई लोग घायल हुए।
नगर पालिका का मस्जिद को नोटिस
शाहपुरा में पत्थरबाजी की इस घटना के बाद प्रशासन ने कई अवैध दुकानों को बुलडोजर से गिरा दिया है। इसके अलावा जहाजपुर नगर पालिका ने सदर जामा मस्जिद कमेटी को बीती रात ही नोटिस थमाकर बिल्डिंग के कागज मांग लिए। 24 घंटे के अंदर पट्टा और निर्माण स्वीकृति दस्तावेज पेश न करने पर कार्रवाई की जा सकती है।
धरने पर बैठ गए थे बीजेपी विधायक
पथराव और बवाल के बाद BJP विधायक गोपीचंद मीणा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भीड़ के बीच ऐलान कर दिया कि जब तक पत्थरबाजी करने वाले आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक वो धरने पर बैठे रहेंगे और कस्बे में भगवान के जल विहार का जुलूस नहीं निकलेगा। हालांकि देर रात उन्होंने अपना धरना खत्म कर दिया।
शाहपुरा जिला कलेक्टर और एसपी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उनके साथ विधायक गोपीचंद मीणा ने लोगों अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
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