Ratan Tata के आखिरी सफर पर खुद को ना रोक सका उनका डॉग, ऐसे दी श्रद्धांजलि कि सभी हो गए भावुक; Video

Ratan Tata’s Dog Goa: देश के बिजनेस टाइकून रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले रतन टाटा को जानवरों से बेहद प्यार है। उन्होंने हमेशा लोगों को जानवरों को प्यार करने और उनके प्रति दयालुता दिखाने के लिए प्रेरित किया है। पशुओं को लेकर संवेदनशील रतन टाटा ने मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल भी खोला है। वो अक्सर लोगों को स्ट्रीट डॉग्स को गोद लेने का संदेश देते हैं। रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा जनसैलाब उमड़ पड़ा। रतन टाटा के पास उनका पालतू डॉग भी था।

श्रद्धांजलि समारोह से एक वीडियो भी सामने आई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि रतन टाटा का डॉग गोवा उन्हें अंतिम विदाई दे रहा है। रतन टाटा अपने डॉग के काफी करीब थे और दिल से जुड़े थे। गोवा ने इस पूरे माहौल को और भी गमगीन बना दिया।

रतन टाटा के पार्थिव शरीर के पास से हटने को तैयार नहीं था गोवा

गोवा लगातार अपनी दुम हिलाता रहा और टाटा के पार्थिव शरीर के पास से हटने को तैयार नहीं हुआ। वह ताबूत से सटकर खड़ा रहा। टाटा ने लगभग एक दशक पहले गोवा से इस आवारा कुत्ते को गोद लिया था, जिसके बाद इसका नाम गोवा रखा गया। टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए गोवा को दक्षिण मुंबई में स्थित राष्ट्रीय कला प्रदर्शन केंद्र (NCPA) लाया गया।

रतन टाटा के जाने के बाद से गोवा ने कुछ नहीं खाया

गोवा के एक केयरटेकर ने बताया कि वह टाटा के ‘बहुत करीब’ था। जब फोटोग्राफर गोवा की तस्वीरें लेने लगे तो रखवाले ने उनसे आग्रह किया कि उसे जाने दें और उसने सुबह से कुछ नहीं खाया है।

अपने कुत्ते के लिए प्रिंस चार्ल्स के अवॉर्ड शो को ठुकराया

रतन टाटा को कुत्तों से बहुत प्यार था। सोशल मीडिया पर कई बार कुत्तों के साथ उनके फोटो भी वायरल हुए हैं। रतन टाटा एक सादगी पसंद शख्स थे। उनके पशु प्रेम की पराकाष्ठा यह थी कि इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स उन्हें बकिंघम पैलेस बुलाकर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड देना चाहते थे। रतन टाटा ने प्रिंस चार्ल्स का न्योता स्वीकार भी कर दिया था। बकिंघम पैलेस में सब तैयारियां हो गई थीं। इसी बीच उनका पालतू कुत्ता बीमार पड़ गया और रतन टाटा ने बकिंघम पैलेस जाने से मना कर दिया।

टैंगो-टीटो के लिए रद्द किया प्रोग्राम

यह किस्सा बिजनेसमैन कॉलमनिस्ट और एक्टर सुहेल सेठ ने एक इंटरव्यू में बताया था। दरअसल, इंग्लैंड के राजा प्रिंस चार्ल्स रतन टाटा को पशु प्रेम के लिए सम्मानित करना चाहते थे। साल 2018 में प्रिंस चार्ल्स III ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड देने के लिए उन्हें बंकिंघम पैलेस हुआ था। सुहेल सेठ ने बताया कि यह इवेंट 6 फरवरी को होना था और वो 2 या 3 फरवरी को ही लंदन पहुंच गए थे। जब वो लंदन एयपोर्ट पहुंचे तो रतन टाटा की उनकी नंबर पर 11 मिस कॉल थी।  

सुहेल सेठ ने बताया कि इतनी मिस कॉल देखकर उन्होंने तुरंत रतन टाटा को फोन लगाया और रतन टाटा ने बताया कि वो इस अवॉर्ड को लेने बकिंघम पैलेस नहीं आ सकते। जब सुहेल सेठ ने उनका इसका कारण पहुंचा तो उन्होंने बताया कि उनके पालतू कुत्ते टैंगो और टीटो में से कोई एक बहुत बीमार है और अपने बीमार कुत्ते को अकेला नहीं छोड़ सकते।

इसे भी पढ़ें: जमशेदजी, जेआरडी से रतन टाटा तक… टाटा परिवार के किस सदस्य ने कैसे बढ़ाया कारोबार? पूरी फैमिली ट्री