तिरुपति मंदिर (Tirupati Laddu controversy) में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी के इस्तेमाल का मामला तूल पकड़ लिया है। केंद्र ने भी आंध्र-प्रदेश सरकार से पूरी रिपोर्ट मांगी है। मामले की CBI जांच की मांग उठने लगी है। पक्ष से लेकर विपक्ष तक प्रतिक्रिया आने के बाद अब धर्म गुरु भी इस मुद्दे को लेकर आवाज उठाने लगे हैं। अब पूरे मामले पर जगदगुरु रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने हिंदू संगठनों से एक जुट होने की अपील भी की है।
जगदगुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि तिरुपति में जो कुछ हुआ वो बहुत अभद्र था। तिरुपति सबसे श्रेष्ट धार्मिक संस्था में से एक है। सरकार के नियंत्रण के बाद भी तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आया है। 1857 वाली परिस्थिति देश में बन गई है। जो मंगल पांडेय के साथ स्थिति थी वह स्थिति हमारी है। उनके चाबूकों में भी गाय और सूअर के मांस की चर्बी लगा दी गई थी। इसके खिलाफ मंगल पांडे ने विद्रोह कर दिया था। हमें भी अब आगे आना होगा।
अपमान का दंड देकर रहेंगे-रामभद्राचार्य
रामभद्राचार्य ने कहा कि सनातन को बचाने के लिए हमें किसी न किसी परिणाम तक पहुंचना होगा। इसके लिए हम लगातार कहते आ रहे हैं कि मंदिरों का सरकारी अधिग्रहण नहीं होना चाहिए। अब हम सब हिन्दू एक होंगे और इस अपमान का दंड देंगे। दूसरे मंदिरों के प्रसाद की भी जांच होनी चाहिए। हम हिंदू लड़कियों से भी कहते है कि लव जिहाद के चक्कर में ना पड़े।
चंद्रबाबू नायडू ने लगाया गंभीर आरोप
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाए है कि सरकार ने विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया था। उनके इस बयान के बाद देशभर में बवाल है। नेताओं से लेकर आमलोगों तक की इस पर प्रतिक्रिया आ रही है। आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लागों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग उठने लगी है।
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