यूपी के बलिया जिला में शराब माफियाओं ने फर्जीवाड़े की इंतहा पार कार दी। यहां शराब तस्करी के मामले में पकड़े गए दो बदमाशों को जज साहब के फर्जी सिग्नेचर पर जेल से छुड़ा ले गए। बदमाशोंं को फर्जी तरीके सेना ना केवल जमानत दिलाई बल्कि इनके पास से पकड़ा गए लाखों रुपये कीमत का अवैध शराब भी छुड़ा लिया गया। पुलिस को संदेह होने पर मामले की छानबीन शुरू की गई।
पूरा मामला बलिया के सहतवार थाना क्षेत्र का है। मामले की जानकारी होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम के लिपिक ने नगर कोतवाली में केस दर्ज कराया है। वहीं पुलिस ने दबिश देकर एक आरोपी को अरेस्ट भी कर लिया है। शराब तस्करों को छुड़ाने के लिए कोतवाली पुलिस के पास कोर्ट का फर्जी रिलीज ऑर्डर लेकर पहुंचा था। पुलिस का बाद में दाल में कुछ काला लगा तो छानबीन शुरू की।
जज के फर्जी साइन पर जमानत
दरअसल, पिछले दिनों सहतवार थाने की पुलिस ने एक शराब माफिया के ठिकानों पर दबिश देकर दो लोगों को अरेस्ट करते हुए सैकड़ों पेटी अवैध शराब बरामद की थी। यह दोनों आरोपी जेल में था। इस बीच इनके साथियों ने इन्हें जेल से बाहर निकालने के लिए तरकीब सौची। बदमाशों ने CJM कोर्ट का फर्जी जमानत पेपर तैयार किया और उस पर जज के फर्जी हस्ताक्षर भी किए। इतना ही नहीं फर्जी मुहर लगाकर दोनों आरोपियों को जेल से छुड़ा लिया। साथ ही मालखाने में जब्त सैकड़ों पेटी शराब को भी रिलीज करा लिया।
पुलिस को कैसे हुआ शक
मगर पुलिस को कोर्ट के इस फर्जी ऑर्डर को देखकर शक हो गया। फिर मामले की छानबीन शुरू की गई। पुलिस ने मामले के तकहीकात के लिए कोर्ट मे पता किया। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम के लिपिक ने बताया कि उनके कार्यालय से ऐसा कोई जमानत ऑर्डर या रिलीज ऑर्डर जारी ही नहीं हुआ है। इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ फ्रेश मुकदमा दर्ज किया। इलाके में छापेमारी के बाद एक आरोपी को अरेस्ट भी कर लिया गया है। इस आरोपी की पहचान सुशील कुमार उपाध्याय पुत्र त्रिभुवन उपाध्याय निवासी जौनपुर के रूप में हुई है।
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