Action in Biological Jihad: उत्तर प्रदेश में लैंड जिहाद, लव जिहाद, थूक जिहाद, रेल जिहाद के बाद अब जैविक जिहाद का मामला सामने आया है। बागपत में डिप्टी सीएमओ के यशवीर सिंह सहित पूरे परिवार को मारने के लिए जब्बार और मुशीर नाम के आरोपियों ने पिज्जा में टीबी के बलगम और कोल्ड ड्रिंक में केमिकल मिलाकर दिया था। अब यूपी पुलिस ने इन दोनों आरोपियों जब्बार और मुशीर की गिरफ्तारी के लिए एक्शन मोड में है और इसके लिए टीमें गठित कर ली हैं। दोनों आरोपी जिला अस्पताल में टीबी विभाग के संविदा कर्मचारी हैं। बागपत पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के खिलाफ डॉक्टर यशवीर ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं।
यूपी पुलिस ने इस मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं। बागपत के सीओ सिटी, हरीश भदौरिया ने बताया, ‘7 अक्टूबर को इन दोनों आरोपियों ने डिप्टी सीएमओ डॉक्टर यशवीर सिंह को उनके परिवार सहित पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक में टीबी के मरीज का बलगम और केमिकल मिलाकर दिया था। इस मामले को लेकर डॉक्टर यशवीर ने बागपत पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।’ अब पुलिस ने टीमें गठित कर अपनी छानबीन शुरू कर दी है।
क्या था पूरा मामला?
इसके पहले यूपी के बागपत जिले से जैविक जिहाद का मामला सामना आया था। जब जिला अस्पताल के डिप्टी CMO डॉक्टर यशवीर सिंह के घर पर उनके अस्पताल के संविदा कर्मचारी जब्बार खान और मुशीर अहमद ने पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक में टीबी बीमारी के बलगम बैक्टीरिया और केमिकल मिलाकर उन्हें भेज दिया था। उन दोनों की पोल एक ऑडियो क्लिप से खुली जो कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस क्लिप में दोनों आरोपी एक दूसरे से बात करते हुए ये कंफर्म कर रहे हैं कि पिज्जा में केमिकल और टीबी के बलगम का सैंपल मिलाकर भेजा था कि नहीं। ये दोनों आरोपी टीबी विभाग में संविदा कर्मचारी हैं जो लैब टेक्नीशियन का काम करते हैं।
जब्बार और मुशीर ने रची थी साजिश
डिप्टी CMO यशवीर सिंह ने आरोप लगाया कि दो मुस्लिम युवकों जब्बार खान और मुशीर अहमद ने टीबी बैक्टीरिया और कुछ रसायन पदार्थ को पिज्जा में मिलाकर खिलाने की साजिश रची थी। जिसके लिए उन्होंने एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से मदद मांगी थी, जिसका एक ऑडियो भी सामने आया है। जब्बार और मुशीर पर टीबी बैक्टीरिया को जैविक हथियार बनाने की योजना बनाने का आरोप है। इस बैक्टीरिया से डिप्टी सीएमओ और उनके परिवार के सदस्यों की जान जा सकती थी।
FIR के बाद CMO ने दिए जांच के आदेश
जब इस मामले में डिप्टी सीएमओ ने दोनों संविदा कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करवा दी तब CMO ने भी इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं जब्बार और मुशीर की इस साजिश का खुलासा एक ऑडियो कॉल से हुआ है। जिसमें दोनों एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को डोज के बारे में बता रहे हैं। दोनों के बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड किया गया, जिसमें वे अपनी साजिश की चर्चा कर रहे थे। दरअसल, मुशीर जिला क्षय रोग कार्यालय में लैब टेक्नीशियन है, जबकि जब्बार संविदा कर्मी है। वहीं बागपत के सीएमओ ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।