UP Crime: महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों लगाम लगने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर से सामने आया है। आरोप है कि साजिद पाशा नाम के एक शख्स ने अपहरण कर नाबालिग के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित लड़की के मुताबिक आरोपी साजिद ने 31 तारीख की दोपहर उसका अपहरण किया और 5 दिन तक बंधक बनाकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा।
आरोपी साजिद पाशा इलाके का रसूखदार व्यक्ति है। पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने एडमिशन के लिए उसे अपने अस्पताल के पास बुलाया था। 31 तारीख की सुबह जब वो अस्पताल के पास पहुंची तो आरोपी ने उसे अपनी कार में बैठा लिया और कहा कि आगे कुछ और बच्चे भी मिलेंगे। पीड़ित नाबालिग ने आरोप लगाया कि पाशा उसे अपनी काले रंग की थार में उत्तराखंड की तरफ ले गया और 5 दिन तक बंधक बनाकर रखा।
बंदूक की नोक पर रेप
31 तारीख की शाम तक जब लड़की अपने घर नहीं पहुंची, तो पीड़ित परिवार ने पुलिस स्टेशन में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। परिवार ने दो लड़कों पर अपहरण का शक जताते हुए नामदर्ज शिकायत की थी। रिपब्लिक से बात करते हुए पीड़ित ने बताया कि आरोपी अपनी लोकेशन बदलने के लिए बार-बार होटल बदलता रहा। बंदूक की नोक पर नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाता रहा। पांचवें दिन आरोपी ने अपने एक साथी मुदस्सिर को बुलाकर पीड़ित लड़की को उसके हवाले कर दिया।
रिपब्लिक भारत से बात करते हुए नाबालिग पीड़ित ने बताया की पांचवें दिन जब आरोपी का दोस्त मुदस्सिर उसे काले रंग की थार गाड़ी से लेकर जा रहा था, तभी मौका पाकर अपने परिवार को फोन कर खुदके बरेली में होने की जानकारी दी। इसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों ने नाबालिग को छुड़ाया और मुदस्सिर को पुलिस के हवाले कर दिया।
विधानसभा चुनाव लड़ चुका है साजिद पाशा
इस मामले में मुख्य आरोपी साजिद पाशा है, जो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पीड़ित परिवार के मुताबिक साजिद पाशा इलाके का रसूखदार व्यक्ति है। उसके उसका अपना एक अस्पताल और मैरिज हॉल भी है। आरोपी साजिद पाशा अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से भी जुड़ा बताया जा रहा है। पीड़ित परिवार के मुताबिक साजिद पहले बीएसपी फिर पीस पार्टी और अब मौजूदा समाजवादी पार्टी सांसद के लिए चुनाव में काम कर चुका है। साजिद पाशा पीस पार्टी की तरफ से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है।
आरोपी का अस्पताल सील
साजिद पाशा पर रेप और अपहरण के आरोप के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसका अस्पताल सील कर दिया है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि अस्पताल के कागज पूरे नहीं थे, जिस वजह से अस्पताल को सील किया गया है। पीड़ित परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है और साजिद पाशा को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए सीएम योगी के गुहार लगा रहा है।
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