उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान अत्यधिक बारिश के कारण हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई। राज्य के जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा, शारदा और घाघरा सहित कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राहत आयुक्त कार्यालय से रविवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में मेरठ जिले में ‘अत्यधिक बारिश’ के कारण 10 लोगों की मौत हो गई। हालांकि रिपोर्ट में मौतें वर्षाजनित किन-किन दुर्घटनाओं में हुई, इस बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी कछला ब्रिज (बदायूं), यमुना औरैया, कालपी, जालौन, हमीरपुर, शारदा नदी पलियाकलां और शारदा नगर (लखीमपुर खीरी), घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) और अयोध्या में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
पिछले 24 घंटों में राज्य में औसतन 2.2 मिमी बारिश हुई। प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों और कॉलोनियों में पानी घुस गया है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनय कुमार सिंह ने बताया कि फूलपुर के बदरा सोनौटी गांव, करछना के भगेसर दिल्ली गांव और दारागंज के बाढ़ प्रभावित लोगों को निकालने के लिए नौकाओं की मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि 15 इलाकों के 1130 लोग आश्रय गृहों में रह रहे हैं और जिले के करीब पांच हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।