उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में शनिवार को श्रद्धा एवं उल्लास से ‘गोवर्धन पूजा’ का पर्व मनाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया हालांकि पुष्टिमार्गीय सम्प्रदाय के ठा. द्वारिकाधीश मंदिर में ‘गोवर्धन पूजा’ शुक्रवार को ही मना लिया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु गोवर्धन पर्वत की सप्तकोसीय परिक्रमा करने के लिए निकल पड़े थे।
परिक्रमा करने वालों में बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। वहीं जिला एवं नगर प्रशासन से जुड़े अधिकारी विश्राम घाट पर होने वाले विशेष स्नान की व्यवस्था में जुटे रहे। इसके साथ ही रविवार को शहर की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर न केवल बाहरी, बल्कि स्थानीय तिपहिया, चौपहिया वाहनों के जाने पर रोक लगा दी गई।
जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेष कुमार पाण्डेय एवं नगर आयुक्त शशांक चौधरी सहित अन्य अधिकारी शहर के सभी प्रमुख मार्गों, यमुना के घाटों, बाजारों आदि की साफ-सफाई और सुरक्षा से जुड़े इंतजामों की निगराी करते हुए दिखाई दिये।
नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने बताया कि
नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने बताया कि विश्राम घाट सहित सभी प्रमुख घाटों पर सुरक्षित स्नान के लिए अवरोधक लगा दिये गये हैं और महिलाओं के लिए शौचालय, खोया-पाया केंद्र तथा विशेष व्यवस्था की गयी है। अधिकारियों ने बताया कि शहर में यातायात व्यवस्था संभालने के लिए 150 और घाटों पर निगरानी के लिए 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि यमुना में मोटरबोट पर प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की बाढ़ इकाई के अधिकारी लगातार निगरानी करेगा रहेंगे। पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि शनिवार रात से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो जाएगा इसलिए आज से रविवार तक मार्ग परिवर्तित योजना लागू रहेगी।
उन्होंने बताया कि घाटों की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर अवरोधक लगाए जाएंगे और दो से तीन नवम्बर को यमुना की ओर जाने वाले प्रत्येक मार्ग पर वाहन प्रतिबंधित होंगे। अधिकारी ने बताया कि केवल पैदल श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा।
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