राघवेंद्र पांडेय
अयोध्या: भगवान श्रीराम और माता जानकी के शुभ विवाह के मुहुर्त पर अयोध्या में राम बारात निकाली गई। ये बारात अयोध्या से मिथिला पहुंची, जहां पर विवाह का कार्यक्रम संपन्न हुआ। अयोध्या में भी कई मठ मंदिरों पर भगवान राम विवाह कार्यक्रम जारी हैं, ऐसे में कनक भवन, रंगमहल, राम बल्लभाकुंज से बारात निकाली गई और बारात में महिला और पुरुष दोनों नृत्य कर रहे हैं, खुशी मना रहे हैं।
अपने आराध्य की बारात में भक्त खुशी से नाच गा रहे हैं। गाजे-बाजे के साथ लोग झूम रहे हैं। आतिशबाजी भी हो रही है, रोड लाइट भी साथ में है, डीजे बज रहा है। ऐसा लग रहा है मानो पूरी अयोध्या अपने राघवेंद्र सरकार की बारात में शामिल होने के लिए उमड़ आया है।
त्रेता युग से चली आ रही है परंपरा- राम बारात में शामिल बाराती
राम बारात में शामिल हुए बारातियों ने कहा कि प्राचीन परंपरा के अनुसार पहले मिथिला से तिलक लेकर अयोध्या आए मिथिला वासी, उसके बाद अयोध्या से हजारों की संख्या में बाराती मिथिला पहुंचे। इसी परंपरा के अनुसार उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अपने यहां भी बारात कार्यक्रम करते हैं। आज भी उत्तर प्रदेश के अनेक परिवारों में विवाह तय होने के बाद इसी प्रकार होता है। आज अयोध्या में बारात यात्रा देखकर मन भाव विभोर हो गया। त्रेता युग से लगातार इस तरह का कार्यक्रम चल रहा है, जो आज भी अयोध्या की पावन भूमि से देखा जा सकता है।
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