PM Modi and Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री मोदी बिहार दौरे पर हैं। उन्होंने बुधवार को दरभंगा एम्स का शिलान्यास करने के साथ 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। इसी कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार को पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश करते हुए देखा गया है।
दरभंगा में पीएम नरेंद्र मोदी मंच पर बैठे हुए थे और सीएम नीतीश कुमार अपनी स्पीच दे रहे थे। भाषण खत्म होने के बाद नीतीश कुमार सीट पर बैठने से पहले झटपट पीएम मोदी के करीब गए और झुककर नमस्कार करते हुए उनके पैर छूने की कोशिश करने लगे। तभी पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के दोनों हाथ पकड़ लिए। उसके बाद पीएम मोदी ने नीतीश कुमार से हाथ मिलाया और फिर दोनों नेता अपनी-अपनी सीट पर बैठ गए। हालांकि इससे जून 2024 का वाकया भी ताजा हो गया, जब एनडीए की लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत के बाद संसदीय बैठक बुलाई गई थी। उस बैठक में भी नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश की थी।
नीतीश ने वाजपेयी और जेटली को याद किया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दरभंगा में 1260 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले एम्स की आधारशिला रखे जाने के बाद दरभंगा एम्स राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। आज के दिन को बिहार के लिए महत्वपूर्ण दिन बताते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि 2015 में ही ये निर्णय लिया गया था कि राज्य में एक नया एम्स बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए कहा कि कैसे उन्होंने उन्हें राज्य में दूसरे एम्स के निर्माण के बारे में बताया था।
दरभंगा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ‘आज एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि पीएम मोदी ने दरभंगा एम्स की आधारशिला रखी है। दरभंगा में एम्स राज्य के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा। 2003 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने पटना में बिहार का पहला एम्स खोलने का फैसला किया था। उसके बाद से बहुत से लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एम्स जाते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘बाद में 2015 में यह निर्णय लिया गया कि बिहार में एक और एम्स भी खुलेगा। उस समय मैंने तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी और उनसे कहा था कि बिहार में एक और एम्स होना चाहिए। मैंने कहा था कि जिस तरह पटना में पहला और दरभंगा में दूसरा मेडिकल कॉलेज है, उसी तरह राज्य का दूसरा एम्स दरभंगा में खोला जाना चाहिए। 2019 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा बिहार आए थे, तब भी मैंने यही बात दोहराई थी। दरभंगा में एम्स बनने से राज्य के कई लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।’
PM मोदी ने की नीतीश की तारीफ
कार्यक्रम के दौरान मंच से पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की खूब तारीफ की। उन्होंने नीतीश कुमार को बिहार का लोकप्रिय मुख्यमंत्री कहा। उसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि यहां बिहार में जब तक नीतीश कुमार सरकार में नहीं आए थे, तब तक गरीबों की चिंता को लेकर कोई गंभीरता नहीं थी। गरीब को बीमारियां सहनी पड़ती थीं। नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से मुक्ति दिलाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले के दौर में स्थितियां भी बहुत कठिन हुआ करती थीं। अस्पताल बहुत ही कम थे, डॉक्टरों की संख्या बहुत ही कम थी, दवाईयां बहुत महंगी थी, बीमारी की जांच का कोई ठिकाना नहीं था और सरकारें सिर्फ वादों और दावों में उलझी रहती थीं। संतोष है मुझे इस बात का कि लोगों की सबसे बड़ी चिंता NDA सरकार के होने से दूर हुई है। आयुष्मान भारत योजना के वजह से 4 करोड़ से अधिक गरीब मरीजों का इलाज हो चुका है। आयुष्मान योजना से करोड़ों परिवारों को करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है। ये 1.25 लाख करोड़ रुपया अगर सरकार ने देने की घोषणा की होती तो महीने भर हेडलाइन पर चर्चा चल रही होती कि एक योजना से देश के नागरिकों की जेब में 1.25 लाख करोड़ रुपये बचे हैं।
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