कुछ लोग पानी को कपों में इकट्ठा करते हुए दिखाई दिए, तो कुछ इसे पवित्र जल समझकर अपने हाथों से पीते दिखे। कुछ भक्तों ने श्रद्धा के प्रतीक के रूप में जल को अपने सिर पर भी झिड़का। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर की वास्तुकला में हाथी के आकार के आउटलेट से बहने वाला यह पानी चरण अमृत नहीं था, बल्कि AC से निकलने वाला पानी था