ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी ऐप जेप्टो (Zepto) में रात 2 बजे मीटिंग होती है। युवा वर्कर्स से हर दिन 14 घंटे काम कराया जाता है। इन सभी आरोपों से घिरे जेप्टो के 22 वर्षीय सीईओ आदित पलीचा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि कई मुद्दों पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। यहां पूरे मामले के बारे में बताया जा रहा है, जैसे कि यह मामला कैसे शुरू हुआ और जेप्टो के सीईओ का इन पर क्या कहना है?